नई दिल्ली। इराक में 39 भारतीयों की मौत के मामले में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को सोशल मीडिया के जरिए घेरने का कांग्रेस का दांव उलटा पड़ा है. एक ट्विटर पोल में ‘हां’ और ‘न’ विकल्पों के साथ कांग्रेस ने पूछा था, ‘क्या आपको लगता है कि इराक में 39 भारतीयों की मौत विदेश मंत्री के रूप में सुषमा स्वराज की सबसे बड़ी विफलता है?’ इसमें विदेश मंत्री बहुत बड़े अंतर से आगे रहीं. पोल में शामिल 33,879 लोगों में से 76 फीसदी ने ‘न’ में, जबकि 24 फीसदी लोगों ने ही ‘हां’ में जवाब दिया है. मंगलवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कांग्रेस के इस ट्विटर पोल के नतीजे को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर भी साझा किया.
इराक में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने 40 भारतीयों को 2014 में अगवा कर लिया था. इनमें से एक व्यक्ति भागने में सफल हो गया था, जबकि बाकी 39 लोगों की आतंकियों ने हत्या कर दी थी. बीते हफ्ते विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संसद में यह जानकारी दी थी. इसके बाद कांग्रेस ने इस मुद्दे पर मोदी सरकार और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को घेरने की कोशिश कर रही है.
इस बीच सोमवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मृतक भारतीयों के परिजनों से मुलाकात की है. उन्हें बताया है कि सभी शवों को एक हफ्ते के भीतर भारत लाया जाएगा. खबरों के मुताबिक इराक में इन भारतीयों की मौत एक साल से भी पहले हो गई थी. इनके शवों की पहचान डीएनए जांच के आधार पर की गई है.