पटना, बिहार | बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सियासी तापमान तेज होता जा रहा है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को चुनाव आयोग पर तीखा हमला बोला और उसे भाजपा का पक्षधर बताते हुए संविधान की धज्जियां उड़ाने का आरोप लगाया।
तेजस्वी यादव ने कहा – “हम लगातार चुनाव आयोग से समय मांग रहे हैं कि हमारा प्रतिनिधिमंडल आपसे मिलना चाहता है। लेकिन दुख की बात यह है कि जिस राज्य में चुनाव होने हैं, वहां विपक्ष की आवाज सुनने को तैयार नहीं है। चुनाव आयोग मिलने का समय तक नहीं दे रहा है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि यह लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है। “ये लोग लोकतंत्र को खत्म करने पर तुले हुए हैं। चुनाव आयोग खुद संविधान की मर्यादाओं को तोड़ रहा है। हमारे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने खुद चुनाव आयोग को पत्र लिखा है, लेकिन अब तक कोई जवाब नहीं आया है।”
तेजस्वी ने तीखा आरोप लगाते हुए कहा – “अब ऐसा लगने लगा है कि चुनाव आयोग भाजपा का आयोग बन गया है। भाजपा और नीतीश कुमार हारते दिख रहे हैं, इसलिए चुनाव आयोग पीछे से उनकी मदद कर रहा है।” उन्होंने यह भी कहा कि आज तक ऐसा कभी नहीं हुआ कि चुनाव आयोग विपक्ष को समय न दे। ये एक ओर ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ की बात करते हैं, लेकिन एक राज्य में निष्पक्ष चुनाव कराना भी नहीं आता।
तेजस्वी यादव ने अपने बयान में निष्पक्ष चुनाव की मांग करते हुए कहा, राज्य में बेईमानी से चुनाव करवाने की साजिश हो रही है। यह लोकतंत्र की हत्या है। विपक्ष को दबाने की कोशिश की जा रही है।”
राजद नेता के इस बयान से साफ है कि पार्टी चुनाव आयोग की भूमिका को लेकर गंभीर संदेह जता रही है और इसे चुनाव में सत्तारूढ़ दलों की मदद करने वाला तंत्र मान रही है। अब देखना होगा कि चुनाव आयोग इस पर क्या प्रतिक्रिया देता है और क्या विपक्ष को मिलने का समय दिया जाता है।