दीप्ति अंगरीश
उज्जैन। महाकाल मंदिर में शिवनवरात्र प्रारंभ हो गई है। पहले दिन प्रात:काल शासकीय पुजारी पं.घनश्याम शर्मा के आचार्यत्व में बाबा चंद्रमोलेश्वर एवं कोटेश्वर महादेव का पूजन किया गया। पश्चात 11 ब्राम्हणों द्वारा एकादश-एकादशनी रूद्र पाठ गर्भगृह में प्रारंभ किया गया। शाम को विशेष श्रृंगार होगा।
महाकाल मंदिर में शिवनवरात्र को लेकर व्यापाक तैयारियां की गई हे। शुक्रवार तड़के भस्मार्ती सम्पन्न हुई। पश्चात बाबा महाकाल का चंदन से श्रृंगार करके नए वस्त्र यथा सोला एवं दुपट्टा पहनाया गया। आभूषणों से श्रृंगार किया गया। इधर चंद्रमोलेश्वर एवं कोटितीर्थ के समीप स्थित कोटेश्वर महादेव का पूजन किया गया। 11 ब्राम्हणों द्वारा एकादश एवं एकादशनी रूद्रपाठ प्रारंभ किया गया। शाम को बाबा का श्रृंगार किया जाएगा। इस दौरान गर्भगृह में श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद रहेगा।
श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ना प्रारंभ
प्रात: भस्मार्ती के बाद किया चंदन से श्रृंगार,धारण करवाए नए वस्त्र। मुकुट और छत्र-आभूषण पहनाए।
शिवनवरात्र प्रारंभ होते ही महाकाल मंदिर में शहरी,अंचलों से और प्रदेश के बाहर से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमडऩा शुरू हो गई है। बाबा की एक झलक पाने को उतावले श्रद्धालु सुबह से कतारबद्ध दिखे। यह सिलसिला महाशिवरात्रि तक सतत चलता रहेगा।
यहां है वाहन पार्किंग व्यवस्था
शहर एवं बाहर से आनेवाले श्रद्धालुओं हेतु वाहन पार्किंग व्यवस्था इस प्रकार की गई है-कर्कराज मंदिर के पास भील धर्मशाला, कलोता समाज की धर्मशाला तथा इंदौर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिये सीधे पूर्व मन्नत गार्डन की भूमि पर पार्किंग व्यवस्था रहेगी। बडनग़र एवं आगर की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिये कार्तिक मेला ग्राउंड पर पार्किंग की व्यवस्था रहेगी।