नई दिल्ली। भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से बदलाव की ओर है। जिससे रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं और इसमें तत्कालीन रूप से बदलाव आया है। न्यू देहली इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के चेयरमैन वीएम बंसल ने कहा कि जिस प्रकार से उदीयमान प्रौद्योगिकी के चलते रोजगार परिदृश्य संक्रमण कालल से गुजर रहा है और 2022 तक देश के 60 करोड़ अनुमानित श्रमबल में से नौ प्रतिशत के पास ऐसा काम होगा जो आज अस्तित्व ही नहीं है। आज देश ही नहीं विश्व भर की कंपनियां लगातार अपना कारोबारी मॉडल के पुनर्गठन का प्रवास कर रही हैं इसलिए आने वाले दो साल में रोजगार में मंदी होगी और 2022 तक समूचे रोजगार परिदृश्य में व्यापक बदलाव देखने को मिलेगा। यह भी तय है कि आज अवसर बढ़े हैं। लेकिन मंदी में लोगों को सीख मिलती है और तेजी से बदलाव आते हैं जिसका फायदा आने वाले कल को मिलता है। बंसल ने कहा कि देश में लगातार अर्थव्यवस्था में उदार लाया जा रहा है जिसका फायदा कंपनियों को मिल रहा है। यह माना जा सकता है कि विदेशी निवेश में गिरावट आई है जिसके कारण औद्योगिक उन्नति जितनी चाहिए उतनी नहीं हो पाई। लेकिन अब फिर से तेजी आने जा रही है जिसका फायदा मिलेगा। बंसल ने कहा कि युवाओं के लिए काफी अवसर हैं जिसके लिए संस्थान भी लगातार अवरनेस प्रोग्राम करता रहा है जिसका फायदा लेने की जरूरत है।