वैनिश ने बच्चों की यूनीफॉर्म में #VanishTheDifference के लिए शुरू किया  

नई दिल्ली।  दिग्गज फैब्रिक स्टेन रिमूवल ब्रांड और प्रीमियम लॉन्ड्री एडिटिव वैनिश ने अपने नए फैब्रिक व्हाइटनर, वैनिश क्रिस्टल व्हाइट के लिए #VanishTheDifference कैम्पेन लॉन्च किया है। ‘मेक यूनीफॉर्म्स, यूनीफॉर्म अगेन’ मिशन के साथ, कैम्पेन अभियान का उद्देश्य इस बात को प्रदर्शित करना है कि यूनीफॉर्म की चमक में अंतर बच्चों के लिए किसी भी मौके को खोने का कारण न बने। वैनिश पाउडर और लिक्विड दोनों में और 30 ग्राम/180 मिली से लेकर 400 ग्राम/800 मिली तक के विभिन्न आकारों में 15 रुपये से शुरू होने वाली कीमत पर उपलब्ध है। यह देश भर के आधुनिक ट्रेड स्टोर, ई-कॉमर्स साइटों और स्थानीय किराना स्टोर में उपलब्ध है। सौरभ जैन, रीजनल मार्केटिंग डायरेक्टर, हाइजीन, रेकिट – साउथ एशिया ने कहा, “वैनिश, अपने क्रांतिकारी फॉर्मूलेशन के साथ, ग्राहकों को उनके परिधान से जुड़ी समस्याओं का समाधान पेश करना चाहता है। वैनिश की कोशिश है कि कपड़े लंबे समय तक चलें, चमकदार दिखें और हमेशा सफेद बने रहें। ‘वैनिश द डिफरेंस’ के साथ हमारा प्रयास है कि बच्चे की यूनीफॉर्म दिखने में कैसी है, इस झंझट के बिना हर बच्चे को आगे बढ़ने का समान अवसर मिले। हम आपसे मेक यूनीफॉर्म्स, यूनीफॉर्म अगेन और सभी छात्रों का भविष्य बेहतर बनाने के लिए हमारे साथ जुड़ने का आग्रह करते हैं।” हवास वर्ल्डवाइड इंडिया की चीफ क्रिएटिव ऑफीसर अनुपमा रामास्वामी ने कहा, “हम जब बड़े हो रहे थे, तब हम सभी के पास स्कूल के लिए यूनीफॉर्म के सीमित सेट थे। हमारे माता-पिता ने यूनीफॉर्म को सफेद बनाए रखने के लिए जो कुछ भी कर सकते थे, किया। लेकिन स्कूल में, हमने कुछ बच्चों को उनकी यूनीफॉर्म की खराब स्थिति के कारण डांट खाते हुए देखा है। अक्सर उन्हें इस बात को लेकर डांट पड़ती थी, क्योंकि उनकी यूनीफॉर्म की सफेदी खत्म हो गई हो। यह एक तरह की विडंबना ही है, क्योंकि यूनीफॉर्म को तो इसलिए ही बनाया गया था, जिससे बच्चे पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना सभी के साथ समान व्यवहार किया जाए। दुर्भाग्य से वही वर्दी अब असमानता का कारण बन गई है।”

 

 

इस कैम्पेन का कॉन्सेप्ट हवास वर्ल्डवाइड इंडिया ने तैयार किया है। यूनीफॉर्म का उद्देश्य बच्चे की पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना, सभी के लिए समान अवसर सुनिश्चित करना होता है। इस कैम्पेन में शामिल एड फिल्म यूनीफॉर्म के इसी वास्तविक उद्देश्य पर फोकस करती है। एड फिल्म में दिखाया गया है कि एक स्कूल समारोह के दौरान एक बच्चे को उसकी फीकी यूनीफॉर्म के कारण कतार में आगे से पीछे भेज दिया जाता है। इस असमानता के चलते, बच्चा अपने आदर्श व्यक्ति से मिलने का अवसर चूक जाता है। जिसकी वजह से वह निराश हो जाता है।

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