नई दिल्ली । अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने पूर्ववर्ती सरकारों पर तुष्टीकरण और वोटबैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया है. समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार गुरुवार को उन्होंने कहा, ‘भाजपा सरकार ने तुष्टिकरण और वोटबैंक की राजनीति को खत्म कर दिया है जो कई सालों से जारी थी.’ उन्होंने आगे कहा कि मोदी सरकार बगैर किसी तुष्टिकरण के समाज के सभी तबकों का सम्मान के साथ विकास और सशक्तिकरण करने की नीति पर काम कर रही है.
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी मोदी सरकार को देश के समावेशी विकास के लिए प्रतिबद्ध बताया. उन्होंने कहा कि समावेशी विकास में अल्पसंख्यक सहित समाज के सभी तबकों की बराबर की भागीदारी होती है. उनके मुताबिक सरकार की नीतियों की वजह से ही सभी अल्पसंख्यक समुदाय विकास की प्रक्रिया में बराबर के भागीदार बन रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा, ‘केंद्र सरकार की नौकरियों में अल्पसंख्यकों की भागीदारी 2014 में पांच फीसदी थी जो 2017 में बढ़कर 10 फीसदी हो गई. इस साल सिविल सेवा में 125 अल्पसंख्यक युवा चुने गए, जिनमें से 52 मुस्लिम समुदाय से थे.’
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने लखनऊ में नौ राज्यों के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रियों के साथ बैठक में ये बातें कहीं. इसे अल्पसंख्यकों के लिए संचालित शैक्षणिक, कौशल विकास और छात्रवृत्ति संबंधी योजनाओं की समीक्षा करने और इन पर राज्य सरकारों की राय लेने के लिए बुलाया गया था. इसमें उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, बिहार और दिल्ली के मंत्री शामिल हुए.