क्यों आती हैं लड़कियों में जल्दी यौवन ?

आजकल लड़कियों के माता पिता के लिए बहुत ही चिंता की बात है कि उनकी बेटियों को मासिक धर्म जल्दी आ जाता हैI मासिक धर्म एक कुदरती प्रक्रिया है पर एक लड़की के लिए यह अधिकतर बेचैनी बन जाती है I मासिक धर्म का बहुत कड़वा सच यह है कि 1990 के दौरान लड़कियों में मासिक धर्म शुरू होने की औसत उम्र 15साल होती थी I पर बदलती जीवन शैलियों के साथ मासिक धर्म का आना भी जल्दी होता जा रहा है I आजकल की लड़कियों को 8 साल की उम्र में ही मासिक धर्म शुरू हो जाती हैI यह प्रक्रिया शहरी लड़कियों में ज़्यादा देखी जाती है जबकी उनके पास आराम की सारी सुख-सुविधायें हैI जल्दी यौवन मानसिक व शारीरिक बेचैनी से जुड़ा होता है और आजकल की लड़कियों में इतनी प्रौढ़ व विकसित नहीं हुई होती कि वह इन सभी का सामना आसानी से कर सकेI

डॉ. रीता बक्शी, गयनेकोलॉजिस्ट, इंटरनेशनल फर्टिलिटी सेंटर के अनुसार,  “आजकल की लड़कियों को जल्दी यौवन बहुत सारे कारणो की वजह से होता है जैसे प्रदूषित वातावरण, बुरी खान-पान की आदत और असंतुलित नींद चक्र इत्यादिI इन सबके कारण शरीर में मोटापा इकठ्ठा होता जाता है और लेप्टिन बनता हैI जितना ज़्यादा मोटापा होगा, उतना ही लेप्टिन और बढ़ता चला जाएगा तथा लेप्टिन के कारण ही जल्दी यौवन आता हैI” अधिकतर मामलों में कोई स्पष्ट कारण नहीं होता कि लड़कियों में जल्दी मासिक धर्म कि शुरुआत क्यों होती है? इसके कई कारण हो सकते हैं जैसे कि थायरॉयड, ब्लडशुगर, बॉडी मास इंडेक्स या फिर आनुवंशिकताI

असंतुलित हार्मोन्स

लड़कियों में असंतुलित हार्मोन्स शीघ्र मासिक धर्म का मुख्य कारण हो सकता है I क्योंकि आज के वातावरण में उनके शरीर में संतुलित हार्मोन्स की पूर्ती नहीं होतीI इसी के कारण हमेशा कहा जाता है कि संतुलित हार्मोन्स होना बहुत ज़रूरी होता हैI जब हार्मोन्स ठिक से संतुलित नहीं होते तब इस स्थिति में शरीर में इसका उत्पादन बढ़ जाता है जिससे लड़कियों में शीघ्र यौवन की शुरुआत हो जाती हैI

बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई)

यहाँ अधिकतर  देखा गया है कि जिन लड़कियों का मासिक धर्म जल्दी हो जाता है उनका बॉडी मास इंडेक्स बढ़ा हुआ होता हैI ऐसा कहते है कि बॉडी मास इंडेक्स न ज़्यादा होना चाहिए और नही कमI शोधकर्ताओं का यह मानना है कि मोटी लड़कियों या जिन लड़कियों के वज़न ज़्यादा होता है वही जल्दी यौवन के शिकार होती है और महीनो पहले मासिक धर्म शुरू हो जाता है उन लड़कियों की तुलना में जिनका बॉडी मास इंडेक्स कम होता हैI इसलिए ऐसा कहा जाता है कि मोटी लड़कियों में मासिक धर्म जल्दी हो जाता हैI

आनुवंशिकता

यह भी खोजा जा चूका है कि मासिक धर्म का होना माँ के परिवार से भी जुड़ा होता है जिसमें माता, नानी, मासी और बड़ी बहने भी शामिल होती हैI अगर माँ के मासिक धर्म 13 साल की उम्र में शुरू हुए थे तो यह कहा जाता है कि बेटी के भी उसी उम्र के आस-पास शुरू होंगेI

थायरॉयड

असंतुलित स्राव हमारे थायरॉयड ग्रंथियो में हाइपो थायरॉयडिज्म पैदा करता हैI हाइपो थायरॉयडिज्म के होने से भी लड़कियों के अंदर जल्दी मासिक धर्म हो सकता है, १० साल की उम्र से भी पहलेI इस असमय यौवन को प्रीकोसियस पुबर्टी कहते है जिससे आजकल की अधिक़तर लड़कियां शिकार हैI

आगे डॉ रीता बक्शी ने कहा यह विषय माता-पिता के लिए बहुत ही परेशानी वाला है क्योंकि हमारे भारत की युवा पतन पर हैI ऐसे में लड़कियों के माता पिता को अपने बच्चो की सुरक्षा के लिए तुरंत जरूरी कदम उठाना चाहिएI और साथ ही डॉ रीता बक्शी ने महत्वपूर्ण सलाह भी बताया जैसे,  “बच्चो को उचित व संतुलित खान-पान रखना चाहिए और ज़्यादा से ज़्यादा हरी सब्ज़ियां खानी चाहिएI माँ-बाप को बच्चो पर ध्यान देना चाहिए कि वह अपने रास्ते से भटक न जाएI सुरक्षित दूध ही पीना चाहिएI खाने को कांच के बर्तनो में ही रखना चाहिए I बच्चो को रोज़ कोई-न-कोई  शारीरक गतिविधि जैसे सैर या योगा करना आवश्यक हैI”  डॉ रीता बक्शी ने आगे यह भी कहा कि इतना ध्यान रखना कोई मुश्किल नहीं है I इन सबका पालन करके आप स्वस्थ व हृष्ट-पुष्ट बन सकते हैंI

हर किसी का शरीर अलग-अलग तरह से प्रतिक्रियाएँ देती हैI यह बहुत सारे कारणों पर आधारित हैI कुछ लड़कियों का शारीरिक विकास भी जल्दी हो जाता है और इसी कारण उनके अंदर का आत्मविश्वास टूटने  लगता हैI वह अपने आप को दूसरो से अलग समझने लगती है और अंदर ही अंदर अपने भावो को दबाना शुरू कर देती है I डॉ रीता बक्शी ने आगे कहा, “कि माँ अथवा बड़ी बहन को सही समय व उम्र देखकर अपने बच्चो से इन विषयों और उनसे जुड़ी समस्याओं के बारे में बात करना ज़रूरी हैI उनसे दिल खोल कर बात कर लेनी चाहिएI अपने बच्चो को सत्र सम्मलेन में भी लेके जाना चाहिए ताकि वह किसी भी बारें बात करने पर उनको झिझक न होI अपने बच्चो को इन सब बातों के बारे में खुद बताये और उनको इस सब विषयो पर जानकारी प्राप्त करवाएंI”

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