आज नई दिल्ली के एनसीयूआई ऑडिटोरियम, अगस्त क्रांति मार्ग में स्माइल फाउंडेशन के द वर्ल्ड ऑफ चिल्ड्रन की पहल की गई। इस मौके पर विशेषाधिकृत व अधिकारों से वंचित 550 विद्यार्थियों के अलावा कई उच्च अधिकारियों और आध्यात्मिक धर्मगुरु दलाई लामा ने इस कार्यक्रम में शामिल हुए। इस कार्यक्रम में द वर्ल्ड ऑफ चिल्ड्रन पहल की शुरुआत की गई। द वर्ल्ड ऑफ चिल्ड्रन का लक्ष्य बच्चों को अपनी समस्याओं, चुनौतियों, व आइडिया पर एककृदूसरे के साथ और दुनिया भर के यूथ आइकॉन्स व प्रेरक नेताओं के साथ चर्चा करने में सक्षम करना है। इस पहल का लक्ष्य बच्चों व वयस्कों को उन समस्याओं को समझने में मदद करना है, जो आज के युवाओं में महामारी जैसी फैली हैं और साथ ही अर्थपूर्ण, विचारों को बढ़ावा देने वाली चर्चाओं, प्रासंगिक सुझावध्समर्थन, और मार्गदर्शन के माध्यम से उनकी ऊर्जा व उत्साह को सही दिशा देना है। इस मौके पर आध्यात्मिक गुरु ने बच्चों को प्रेरणादायक भाषण दिया। श्री शांतनु मिश्रा, सहसंस्थापक व एक्जीक्यूटिव ट्रस्टी, स्माइल फाउंडेशन ने कहा कि आज के बच्चों को, भले ही वे विशेषाधिकृत हो या फिर अधिकारों से वंचित, सहयोगी, सुझाव और मार्गदर्शन की जरूरत है, ताकि अपनी असली क्षमता को पहचानने, सही चुनाव करने, और जिंदगी का अर्थपूर्ण उद्देश्य जानने में उनकी मदद की जा सके। बचपन में सीखी गई बातें हमारी साथ जिंदगी भर रहती हैं। हम मानते हैं कि आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा जैसे असल जिंदगी के सफल व्यक्ति के अच्छे वचन, सुझाव व मार्गदर्शन बच्चों के सोचने की प्रक्रिया व निर्णय लेने की क्षमता पर सकारात्मक असर डालेंगे और जिंदगी भर ये उनके साथ रहेंगे। अपनी उपस्थिति से हमें अनुग्रह करने और अपने विचारों से हमें संपन्न करने के लिए हम दलाई लामा का बहुतकृबहुत आभार व्यक्त करते हैं। द वर्ल्ड ऑफ चिल्ड्रन का एकमात्र उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हमारे देश के युवा दिमाग सभी के लिए बेहतर दुनिया बनाने की ओर समर्पित अच्छे मानवों और जिम्मेदार निर्णयकर्ताओं के रूप में बड़े हों।