स्वामी विवेकानंद जयंती पर बुराडी में हुई परिचर्चा

संध्या कुमारी

नई दिल्ली। युगद्रष्टा स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर बुराडी के बाबा काॅलोनी में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ स्थानीय लोगों ने आपस में एक परिचर्चा का आयोजन किया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने स्वामी विवेकानंद जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला और जीवन में उसे आत्मसात करने का प्रण लिया। कमालपुर वार्ड के निगम पार्षद कौस्तुबानंद बलौदी, कमालपुर भाजपा मंडल अध्यक्ष राजन त्रिपाठी, मंडल के महामंत्री धीरेंद्र जी व सुभाष जी, पार्टी के खण्ड प्रमुख संध्या कुमारी के साथ मेलसिंह पवार, पंकज सहित क्षेत्रीय लोगों में सत्यनारायण सिंह, कुशल त्यागी, मनोज मिश्रा, नवीन, अनिल कुमार, सुनील, विजय, सरोज, जयश्री, बीरबाला सहित दर्जनों काॅलोनीवासी उपस्थित थे।
इस परिचर्चा में वक्ताओं ने कहा कि सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व करने वाले विवेकानंद का जिक्र जब कभी भी आएगा उनके अमेरिका में दिए गए यादगार भाषण की चर्चा जरूर होगी। यह एक ऐसा भाषण था जिसने भारत की अतुल्य विरासत और ज्ञान का डंका बजा दिया था। स्वामी विवेकानंद 1860 के दशक में पैदा हुए तीन महान भारतीयों में हैं जिन्होंने हमें अपनी संस्कृति और सभ्यता पर सहज तौर पर गर्व करना सिखाया। विवेकानंद के अलावा टैगोर और गांधी ने भी भारतीयों में सांस्कृतिक आत्मविश्वास का सृजन किया। आज के भारत में अलग तरह की चुनौतियां हैं जिनपर देश के युवा ही सार्थक ढंग से काम कर सकते हैं। गन्दी राजनीति के खिलाफ मजबूती से खड़े होकर युवा ही देश को जाति धर्म में बंटने और लड़ने से बचाएगा। वक्ताओं ने स्वामी विवेकानंद को नए भारत का विचारक और प्रचारक बताया। स्वामी विवेकानंद को फूल-मालाओं और छवि पूजन तक सीमित न करके आज के युवा उनके विचारों को भी आत्मसात करें। आज के इस माहौल मे जहाँ भाषा, जाति या धर्म के नाम पर नफरत, द्वेष और हिंसा फैलाई जा रही है, विवेकानंद की प्रासंगिकता कहीं अधिक बढ़ गई है।

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