आखिरकार दिल्ली पर मेहरबां हो ही गए इंद्रदेव

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को 28.8 मिलीमीटर वर्षा होने के साथ ही दिल्लीवासियों का मानसूनी बारिश का लंबा इंतजार समाप्त हुआ तथा अगले दो-तीन दिन तक और वर्षा होने की संभावना है। यह इस साल जुलाई में अधिकतम वर्षा है। यहां छह दिन की भीषण गर्मी के बाद यह बारिश हुई। शहर के लिए आधिकारिक आंकड़े प्रदान करने वाली सफदरजंग वेधशाला ने सोमवार शाम साढ़े पांच बजे तक 28.8 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की। पालम, लोधी रोड, रिज , आयानगर, नजफगढ़ और खेलकूद परिसर में क्रमश:25.8, 23.2, 13.2, 19.9, 4 और 7 मिलीमीटर वर्षा हुई।

अधिकारियों ने बताया कि किसी भी स्थान पर 65 मिलीमीटर से अधिक वर्षा भारी वर्षा मानी जाती है। भारतीय मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘ मानसून दबाव का क्षेत्र हिमालय की तलहटी से दक्षिण की ओर थोड़ा आगे बढ़ा है। अब यह पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लेकर नगालैंड तक फैला हुआ है। ’’ अधिकारियों के अनुसार 1-15 जुलाई के बीच सफदरजंग वेधशाला ने 55.6 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की जो इस अवधि के दौरान पिछले 30 साल के औसत 88.3 मिलीमीटर से 61.5 फीसद कम है।

पांच जुलाई को मानसून के आगमन के साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में 54.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है । महीने के पहले पांच दिन में बस 1.4 मिलीमीटर वर्षा हुई। सोमवार को यहां अधिकतम तापमान 34.7 डिग्री और न्यूनतम तापमान 26.6 डिग्री दर्ज किया गया। आर्द्रता 64 और 96 फीसद के बीच रही।

 

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