लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से कूदा एक शख्स, ओम बिरला ने कहा- घटना की गहन जांच जारी


नई दिल्ली। संसद की सुरक्षा में आज एक बड़ी चूक हुई है। लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से एक शख्स कूद गया। इसके बाद लोकसभा में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। सदन के कार्यवाही को 2:00 तक स्थगित कर दिया गया। इससे पहले संसद के बाहर भी एक महीला और एक पुरुष ने नारेबाजी की थी। दोनों ने ही रंगीन पटाखे फोड़े थे। लोकसभा में सुरक्षा में चूक को लेकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि शून्यकाल के दौरान हुई घटना की गहन जांच की जा रही है। दिल्ली पुलिस को भी जरूरी निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्राथमिक जांच में पता चला है कि यह सिर्फ धुआं था और धुएं से घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने सदन को बताया कि इन दोनों को पकड़ लिया गया है और इनके पास मौजूद सामान भी जब्त कर लिया गया है। संसद के बाहर मौजूद दो लोगों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। फिलहाल लोकसभा की कार्यवाही फिर से शुरू हो गई है।
स्पीकर की आसंदी की अध्यक्षता बीजेपी सांसद राजेंद्र अग्रवाल कर रहे थे। उन्होंने बताया कि निश्चित तौर पर कोई न कोई खामी है। जब पहला व्यक्ति नीचे आया तो हमें लगा कि वह गिर गया होगा लेकिन जब दूसरा व्यक्ति नीचे आने लगा तो हम सभी सतर्क हो गये। शख्स ने अपने जूते खोलकर कुछ बाहर निकालने की कोशिश की जिसके बाद धुआं निकला। इसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। इस पर स्पीकर और जिम्मेदार लोग निर्णय लेंगे। ये सब होने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी सदन में पहुंचे थे।

समाजवादी पार्टी (सपा) सांसद डिंपल यादव ने कहा कि जो भी लोग यहां आते हैं – चाहे वे आगंतुक हों या पत्रकार – वे टैग नहीं लाते। इसलिए मेरा मानना है कि सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए। मुझे लगता है कि यह पूरी तरह से सुरक्षा चूक है। लोकसभा के अंदर कुछ भी हो सकता था। कांग्रेस सांसद कार्ति चिदम्बरम ने कहा कि अचानक करीब 20 साल के दो युवक दर्शक दीर्घा से सदन में कूद पड़े और उनके हाथ में कनस्तर थे। ये कनस्तर पीला धुआं छोड़ रहे थे। उनमें से एक अध्यक्ष की कुर्सी की ओर भागने का प्रयास कर रहा था। वे कुछ नारे लगा रहे थे। धुआं जहरीला हो सकता था। यह विशेषकर 13 दिसंबर को सुरक्षा का गंभीर उल्लंघन है, जिस दिन 2001 में संसद पर हमला हुआ था।

टीएमसी सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने कहा कि यह एक भयानक अनुभव था. कोई भी अंदाजा नहीं लगा सका कि उनका लक्ष्य क्या था और वे ऐसा क्यों कर रहे थे. हम सभी तुरंत सदन से बाहर चले गए, लेकिन यह एक सुरक्षा चूक थी।’ वे धुआं छोड़ने वाले उपकरणों के साथ कैसे प्रवेश कर सकते हैं? लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि आज ही हमने संसद हमले के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले अपने वीरों को पुष्पांजलि अर्पित की और आज ही यहां सदन के अंदर हमला हुआ। क्या यह साबित करता है कि हम उच्च स्तर की सुरक्षा बनाए रखने में विफल रहे?…सभी सांसदों ने निडर होकर दो लोगों को पकड़ लिया लेकिन मैं जानना चाहता हूं कि जब यह सब हुआ तो सुरक्षा अधिकारी कहां थे?

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