नई दिल्ली। पर्यावरण संरक्षण और मेक इन इंडिया को ध्यान में रखकर पर्यावरण संरक्षित उत्पाद करना आज की आवश्यकता है इसी को ध्यान में रखकर बीस्योर टेक्नॉलॉजी जैसी कंपनी कार्य कर रही है। आज देश में पर्यावरण और विकास के बीच संतुलन कायम किए जाने की आवश्यकता है। आज सबसे ज्यादा चिंता पर्यावरण की है वर्तमान के परिदृश्य में प्राकृतिक संसाधनों, पर्यावरण प्रौद्योगिकी और विकास के बीच संतुलन की आवश्यकता है। पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे इसी को ध्यान में रखकर आज बी स्योर टेक्नोलॉजी कार्य कर रहा है। बी स्योर ऐसी कंपनी है जो वेस्टेज से उत्पादन करती है और उसको पूरी तरह से खत्म करती है यानी कोई ऐसा पदार्थ नहीं रहता है जिससे कि पर्यावरण को नुकसान पहुंचे। बीस्योर टेक्नॉलॉजी ने इस साल पेपर-एक्स प्रदर्शीनी में अपना स्टाल लगाने जा रही है जिसका आयोजन 1 से लेकर 4 नवम्बर के बीच तक प्रगति मैदान, दिल्ली किया जा रहा है।
बीस्योर कंपनी के सीईओ मोहित कुमार ने कहा कि बीएसटी ऐसी कंपनी है जो सौ फीसदी पर्यावरण को ध्यान में रखकर कार्य कर रही है। कंपनी बेकार काग़ज़, गेहूँ का छिलका और गन्ने का छिलका का इस्तेमाल कर उत्पाद का निर्माण करती है और जिससे चक्र में कोई पर्यावरण विनष्ट पदार्थ नहीं बचता है जिससे की आगे कोई नुकसान पहुंचे। सीईओ मोहित कुमार ने कहा कि हमारा उत्पाद खासकर स्वास्थ्य के लिए कोई नुकसानदायक नहीं होता है। कंपनी की खास कोशिश है कि जिससे की किसानों और गरीबों को लाभ पहुंचे। कंपनी सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्कील इंडिया को ध्यान में रखते हुए ट्रेनिंग की भी व्यवस्था करती है। जिससे की युवा आज स्वरोजगार की ओर भी प्रेरित हों। बी स्योर खास टेक्नतौॉलॉजी पर मेक इन इंडिया पर कार्य किया है हमारे उत्पाद की बाहर भी काफी मांग है। मोहित ने बताया कि सरकार ने जिस प्रकार से स्वच्छ भारत के अभियान को शुरुआत की है और आज दिन प्रतिदिन इसमें नए प्रतिमान स्थापित हो रहे हैं। हमारी कंपनी यानी बी स्योर भी इसको ध्यान में रखकर उत्पाद बना रही है। ताकि देश में स्वच्छता अभियान को आगे बढ़ाया जा सके और लोगों में जागरूकता भी आए। बीएसटी टीम में खास तौर पर काजल टुली, भूपेंद्र चौवाटिया, योगेश जैन और सीएन जयसिम्हा खास तौर पर सहयोग कर रहे हैं। बीएसटी का लक्ष्य है कि देश में ऐसे उत्पाद को बढ़ावा मिले जिसके लिए सरकार की ओर से काफी सहयोगात्मक रवैया रहा है।