बीएचटीसी ने पुणे में अपनी अत्‍याधुनिक फैक्‍ट्री और आरएंडडी सेंटर का उद्घाटन किया

पुणे।  ऑटोमोटिव डिस्प्ले/एचएमआई समाधानों, जलवायु नियंत्रण और तापीय प्रबंधन के क्षेत्र में नेतृत्व कर रही तकनीकी कंपनियों में से एक, बेहर-हेला थर्मोकंट्रोल जीएमबीएच (बीएचटीसी) ने आज पुणे में अपनी अत्‍याधुनिक और पूर्ण रूप से एकीकृत फैक्‍ट्री का शुभारंभ करने की घोषणा की। नई फैक्‍ट्री का उद्घाटन बीएचटीसी ग्रुप के सीईओ श्री माइकल जैगर, बीएचटीसी इंडिया के प्रबंध निदेशक श्री सुदीश करीमबिंगल, बीएचटीसी इंडिया के ग्रुप सीएफओ और बोर्ड सदस्य श्री केस क्रोलजा, बीएचटीसी ग्रुप में बिक्री विभाग के एक्‍जीक्‍यूटिव वाइस प्रेसिडेंट श्री बर्न्‍ड कुडलहॉफ और बीएचटीसी समूह में शोध और अनुसंधान विकास के एक्‍जीक्‍यूटिव वाइस प्रेसिडेंट डॉ. राल्फ ट्रैप की उपस्थिति में किया गया।

पुणे स्थित यह फैक्‍ट्री 1 लाख 20 हजार वर्गफीट के क्षेत्र में फैली हुई है। इसमें करीब 300 लोग कार्यरत हैं। कंपनी ने भारत में पहले ही करीब 10 मिलियन यूरो का निवेश किया है और वर्ष 2023 तक कंपनी ने 8 से 10 मिलियन यूरो का और निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई है। नई फैक्‍ट्री स्थानीय और दुनिया भर के उपभोक्ताओं की बढ़ती मांगों को पूरा करेगी।

पुणे की यह फैक्‍ट्री आटोमोबाइल बनाने वाली देश और दुनिया की प्रमुख ऑटोमोटिव कंपनियों (ओईएम) के लिए आधुनिक एचएमआई और क्लाइमेट कंट्रोल पैनल उत्‍पादों के संपूर्ण विकास और उत्‍पादन में पहले ही विशेषज्ञता हासिल कर चुकी है। कंपनी ने अपनी निर्माण क्षमता को अपग्रेड किया है और भारत से बाहर विश्व स्तर के उत्‍पादों के निर्माण की क्षमता भी बढ़ाई है। इस फैक्‍ट्री में एक आधुनिक परीक्षण और सत्यापन केंद्र (टेस्टिंग एंड वैलिडेशन सेंटर), ग्लोबल आर एंड डी सेंटर, ग्लोबल आईटी और शेयर्ड सर्विसेज, सभी एक ही छत के नीचे मौजूद हैं।

कंपनी का नया संयंत्र बीएचटीसी के ग्लोबल अनुसंधान और विकास नेटवर्क में भारत की रणनीतिक अहमियत को उभारता है। बीएचटीसी इंडिया के इंजीनियर अपने स्थानीय और दुनिया भर के उपभोक्ताओं के लिए आधुनिक तकनीक और नए आविष्कारों पर काम कर रहे हैं। इस नए विस्तार के साथ बीएचटीसी का लक्ष्य आने वाले महीने में दुनिया भर में कंपनी की गतिविधियों को बढ़ाना है। इसी के साथ कंपनी का उद्देश्य अपने शोध और विकास केंद्रों (आरएंडडी सेंटर्स) की संख्‍या को करीब 300 के आंकड़े तक पहुंचाना है। कंपनी ने दुनिया भर की प्रतिभाओं को कंपनी की ओर आकर्षित करने के लिए अपने नए ऑफिस में काफी गतिशील, सहयोगपूर्ण और पारदर्शी कार्य प्रणाली अपनाई है। जलवायु नियंत्रण और एचएमआई सोल्यूशंस के प्रतिस्पर्धी ग्लोबल केंद्र के रूप में बीएचटीसी स्थानीय और दुनिया भर के उपभोक्ताओं को पूर्ण रूप से नए और किफायती समाधान प्रदान करने के लिए स्थानीय विशेषज्ञों की भी सेवाओं का निरंतर लाभ ले रहा है।

इस अवसर पर बीएचटीसी इंडिया के बोर्ड के सदस्य और बीएचटीसी ग्रुप के सीएफओ श्री कोलजा क्रेस ने कहा, “बीएचटीसी भारतीय बाजार के प्रति दीर्घकालीन प्रतिबद्धता को लेकर आशावान है। इस आधुनिक फैक्‍ट्री से कंपनी बीएचसी के स्थानीय और दुनिया भर के उपभोक्ताओं को अपनी सेवाएं मुहैया कराएगी। 1 लाख 20 हजार वर्ग फीट में फैली इस एकीकृत फैक्‍ट्री में विश्व स्तरीय एसएमडी निर्माण, आधुनिक टेस्टिंग और वैलिडेशन सेंटर, ग्लोबल आईटी और साझा की जाने वाली सेवाएं एक ही छत के नीचे मिलती हैं। नया प्‍लांट हमारी स्थानीय निर्माण क्षमता के साथ जलवायु नियंत्रण और एचएमआई सोल्यूशंस की डिजाइनिंग करने और उन्हें विकसित करने की क्षमताओं को मजबूत बनाएगा।

बीएचटीसी इंडिया के प्रबंध निदेशक श्री सुदीश करीमबिंगल ने कहा, “हम पुणे में अपने नए निर्माण संयंत्र का उद्घाटन कर और भारत सरकार के “लोकल फॉर ग्लोबल” की पहल का हिस्सा बनकर काफी गर्व महसूस कर रहे हैं। नए संयंत्र में हमारा निवेश न केवल हमारे उत्‍पादों की बढ़ती हुई मांगों को पूरा करने में सक्षम बनाएगा, बल्कि यह उसी समय रोजगार सृजन और कौशल विकास पर भी सकारात्मक प्रभाव डालेगा। हम 2025 के लिए घोषित किया गया अपना रणनीतिक लक्ष्य हासिल करने और ऑटोमोटिव एचएमआई और जलवायु नियंत्रण के प्रॉडक्ट्स के क्षेत्र में विश्व का नेतृत्व करने के लिए काफी अच्छी स्थिति में है। अगले 5 साल में हमारा लक्ष्य 15 फीसदी सीएजीआर की गति से विकास करते हुए पहले से मिल चुके ऑर्डर के आधार पर इंडस्ट्री में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना है। हम भारत में बीएचटीसी डिस्पले सोल्यूशंस की बढ़ती हुई मांग देख रहे हैं। इसके साथ ही नैविगेशन सिस्टम पर बढ़ती निर्भरता के साथ-साथ कनेक्टेड वाहनों की भी मांग में बढ़ोतरी देख रहे हैं। भारतीय उपभोक्ता अपनी कार में इनफोटेनमेंट सिस्टम चाहते हैं, और वे वाहन में सुरक्षा और सहूलियत को भी तवज्जो दे रहे हैं।”

 

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