क्या सभी पदार्थ हैं जग माहिं…

नई दिल्ली / टीम डिजिटल।  सकल पदार्थ हैं जग माहिं लेकिन सुख किस चिडिया का नाम है ? यदि गंभीरता से सोचें तो जब आवे संतोष धन , तब ही सुख महसूस होता है । कैफे काॅफी डे के संस्थापक व कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री कृष्णा के दामाद वी जे सिद्धार्थ ने करोडों रुपये के कर्ज में डूबने के बाद संघर्ष की बजाय इहलीला ही खत्म कर ली । वे ड्राइवर को यह कह कर नदी किनारे गाडी से उतरे थे कि टहलने जा रहा हूं । लेकिन ऐसा उतरे कि फिर नहीं लौटे । फार नदी किनारे शव ही बरामद हुआ । सिर्फ पांच लाख रुपये लेकर जिस व्यक्ति ने पच्चीस हजार करोड रुपये का कारोबार फैला लिया , वह व्यक्ति संघर्ष से क्यों घबरा गया ? आयकर विभाग के आतंक से ? ऐसी चर्चा है । बडी संख्या में कर्मचारियों को निकालना पडा । कुछ केंद्र बंद करने पडे । आखिरकार दबाब न सह पाने कारण नेत्रवती व नदी में कूद गये । काॅफी किंग कहा जाता था सिद्धार्थ को । काॅफी पीने से डिप्रेशन खत्म हो जाता है । ऐसा मानते हैं लेकिन सिद्धार्थ जो काॅफी किंग थे , उन्होंने डिप्रेशन के कारण ही जान दे दी ।
आखिर एक ऊंची पहुंच और खूब सारा पैसा रखने वाला मालिक ऐसा कदम क्यों उठाता है ? संघर्ष ही जिंदगी है । संघर्ष ही मंजिल दिलाता है और इसी से आप जिस दिन पीछे हट जाते हैं उसी दिन जिंदगी से मौत का सफर तय हो जाता है । 

कमलेश भारतीय, वरिष्ठ  पत्रकार    

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