संस्कृत ही बचाएगा संस्कार

सुशील देव नई दिल्ली। द्वारका के एमआरवी स्कूल में संस्कृत कुटुंब सम्मेलन था। मुझे भी वहां जाने का मौका मिला। मैंने देखा कि छोटे-छोटे बच्चे, उनके माता-पिता, अभिवावक और शिक्षक …

मैथिल भाषियों के लिए विश्व पुस्तक मेला में नई शुरुआत

विश्व पुस्तक मेला-2018 में मैथिली स्टाल। डाॅ सविता खान और अमित आनंद के मेहनत से सपना हुआ साकार। नई दिल्ली। नेशनल बुक ट्रस्ट द्वारा आयोजित 26वीं नई दिल्ली श्व पुस्तक …

केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु ने किया एसडीआरएस के विशेषांक का विमोचन

नई दिल्ली। सोसाइटी फाॅर डिसेब्लिटी एंड रिहेबिलेशन स्टडीज, नई दिल्ली के तत्वावधान में प्रकाशित इंटरनेशनल जर्नल आॅफ डिसेब्लिटी स्टडीज के विशेषांक का केंद्रीय वाणिज्य मंत्री श्री सुरेश प्रभु ने विमोचन …

सामाजिकता के भाव से सशक्त होंगे दिव्यांग

विश्व विकलांगता दिवस पर विशेष अभी तक विकलांगता को सिर्फ एक चिकित्सकीय मॉडल के संदर्भ में ही देखा-समझा जाता रहा है। लेकिन बदलते समय में उसके सामाजिक मॉडल पर जोर …

तकनीक के सहारे विकलांगों को बनाएं सबल

विश्व विकलांगता दिवस 3 दिसंबर पर विशेष लेख मुझे घोर आश्चर्य होता है कि ज्यादातर लोग ये भी नहीं जानते कि उनके घर के आस-पास समाज में कितने लोग विकलांग …

बरसात – रंजना झा

कहानी: बरसात कथाकार: रंजना झा होगा वसंत ऋतुराज लेकिन विरह, अभिसार और कजरी तो बरसात में ही संभव है। वसंत अगर ऋतुराज है तो बरसात मधुमास। इसका अर्थ यह भी …

उम्मीद का रंग

कुमकुम झा मत कहो कि रंगहीन हो गया है उम्मीदों का रंग मत जोड़ो उस इन्द्रधनुष के संग किसी भोर का सम्बन्ध ? कई बार ऐसा भी हुआ है कि …

असली चुनौती

एक बार की बात है। गौत्तम बुद्ध अपने कुछ शिष्यों के साथ किसी शहर में प्रवास कर रहे थे। जब उनके शिष्य शहर घूमन निकले तो लोगों ने उन्हें बहुत …

रविवार

  रविवार हर बार आता है बाजार भी लगता है कोलेबिरा में माँ हर बार चली जाती पीठ पर बाँधे भाई घर में आ जाती है सहेलियाँ खेलने कितकित ढेंगा …