नई दिल्ली। अरावली क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन को लेकर नूतन फाउडेंशन के प्रशांत झा ने राष्ट्ीय हरित अधिकरण यानी एनजीटी से शिकायत की और पर्यावरण संरक्षण के लिए गुहार लगाई है। एनजीटी को लिखे शिकायती पत्र में प्रशांत झा ने कहा है कि समस्त मानव जाति के लिए आज पर्यावरण को संरक्षित रखना एक चुनौती बन चुका है। फरीदाबाद के अरावली क्षेत्र में जल एवं खनन माफिया सरेआम स्थानीय और पुलिस प्रशासन को चुनौती देते हुए अवैध कार्यों में लिप्त हैं। पिछले कई वर्षों से लगातार अवैध भू जल दोहर और अवैध खनन कार्यों को अंजाम दे रहे हैं। मैं आपको बताना चाहता हूं कि श्री पवन कुमार एवं उसके भाइयों के वहां कई अवैध दुकानों का भी निर्माण करवा रखा है, जहां से गैर-कानूनी तरीके से डीजल, गैस सिलेंडर आदि बेचा रहा है। हमें आशंका है कि आने वाले समय में यह कभी भी किसी बडी दुर्घटना का कारण बन सकता है। हैरत की बात यह है कि यह सब कारगुजारी मांगर पुलस चैकी, फरीदाबाद के सामने होता है। स्थानीय लोगों का भी कहना है कि पवन ने यहां कंक्रीट मिकस्चर प्लांट, बोरवेल, पानी की टंकी भी लगाया हुआ है। और तो और, इस पूरे कार्यों की जानकारी स्थानीय पुलिस को है। इतना ही नहीं, ये लोग रात के अंधेरे में पोकलेन की सहायता से अवैध तरीके से मिट्टी और बजरी की खुदाई भी करते हैं।
उन्होंने लिखा है कि बीते छह वर्षों से डीटीपी फरीदाबाद, पुलिस उपायुक्त, दक्षिणी दिल्ली, जिला उपायुक्त, फरीदाबाद आदि से कई स्थानीय लोगों ने शिकायत की हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि लगातार भू जल दोहन के कारण वहां पानी का जल स्तर काफी नीचे जा रहा है। दिन-रात टैंकरों के आने जाने से वहां सडकों पर बहुत सारा पानी बर्बाद होकर बह जाता है। इससेस जमीन का कटाव और फसलों का नुकसान भी होता है। लोगों को आने-जाने में दिक्कत होती है, वह अलग। इतना ही नहीं, इस प्रकार के लगातार अवैध खनन कार्यों से अरावली रेंज और हमारे पर्यावरण को गंभीर क्षति हो रही है। बावजूद इसके स्थानीय और पुलिस प्रशासन की मिलीभगत से यह अवैध धंधा दिन-रात फल-फूल रहा है। प्रशांत झा ने एनजीटी से गुहार लगाई है कि क्षेत्रीय लोगों को राहत दिलाने के लिए, पर्यावरण की रक्षा के लिए इस मसले पर विचार किया जाए। साथ ही संबंद्ध विभाग और अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई करने की अनुशंसा किया जाए।