नई दिल्ली: दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव आयोग 7 जनवरी को दोपहर 2 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा, जिसमें चुनाव की तारीखों की घोषणा की जाएगी। इस बार चुनाव एक ही चरण में फरवरी महीने में होने की संभावना है।
इस बार आम आदमी पार्टी (आप), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर देखने को मिलेगी। पिछले विधानसभा चुनाव 2020 में आप ने 70 में से 62 सीटें जीती थीं, जबकि भाजपा को 8 सीटों से संतोष करना पड़ा था।
चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में मतदाता सूची में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। एक्स (पूर्व ट्विटर) पर उन्होंने सीएम आतिशी के पत्र का हवाला देते हुए कहा कि मतदाता सूची में नाम जोड़ने और हटाने में बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी हो रही है।
सीएम आतिशी ने दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी को लिखे पत्र में कहा कि 29 अक्टूबर 2024 से 2 जनवरी 2025 के बीच 13,276 फॉर्म-6 और 6,166 फॉर्म-7 (मतदाता नाम हटाने के लिए) प्राप्त हुए हैं। उन्होंने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि कुल मतदाताओं का 5.77 प्रतिशत नाम हटाने के लिए भेजा गया है, जबकि नियम के अनुसार यदि यह संख्या 2 प्रतिशत से अधिक हो तो प्रत्येक मामले की व्यक्तिगत जांच जरूरी है।
भाजपा के दिल्ली अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आप नेताओं पर चुनाव प्रक्रिया में हस्तक्षेप और चुनाव अधिकारी को धमकाने का आरोप लगाया। उन्होंने मुख्यमंत्री आतिशी, अरविंद केजरीवाल, संजय सिंह, और राघव चड्ढा पर “लोकतंत्र की हत्या की साजिश” रचने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
चुनाव आयोग ने इन आरोपों और आपत्तियों पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच, आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस का इंतजार किया जा रहा है, जिसमें दिल्ली चुनाव से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी भी साझा की जाएगी।
दिल्ली में इस बार कुल 1 करोड़ 55 लाख 24 हजार 858 मतदाता पंजीकृत हैं। चुनाव परिणाम यह तय करेंगे कि राजधानी की बागडोर किसके हाथ में जाएगी।