नई दिल्ली। भारत ने मलेरिया को नियंत्रित करने में उल्लेखनीय प्रगति की है। केंद्र सरकार के अनुसार, 2015 की तुलना में 2021 में इससे होने वाली मौतों में 79.16 प्रतिशत की कमी आई है। लेकिन इसके बावजूद मलेरिया के खिलाफ जागरुकता फैलाने की जरूरत है। केंद्र सरकार ने 2030 तक देश से मलेरिया के उन्मूलन का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य को पूरा करने एवं मलेरिया की संपूर्ण रोकथाम के लिए सामुदायिक परिवेश में स्वच्छता और सामाजिक जागरूकता अहम हथियार हैं।
इसलिए 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस पर नवाचार के तहत इन्द्रप्रस्थ संजीवनी एन जी ओ ने अपनी भूमिका निभाते हुए दिल्ली में स्वच्छता जागरुकता की यूनिक पहल की। संस्था की टीम ने राजधानी में स्वच्छता प्लैज वाल के सामने घरों में काम करने वाली सेवा दीदी को मलेरिया जागरुकता की शपथ दिलवाई। संस्था की महासचिव श्रीमती रश्मि मल्होत्रा ने सभी सेवा दीदियों को स्वच्छता की शपथ दिलवाते हुए मलेरिया को जड़ से खत्म करने के लिए कई अहम बातें भी बताईं। इस मौके पर संस्था के अध्यक्ष डॉ संजीव अरोड़ा ने सभी बहनों को मच्छर मारने वाली मशीनें भी दीं। उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ बूस्टर डोज जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी है मलेरिया के खिलाफ जागरुकता फैलाना। लोग कोरोना के आगे मलेरिया जैसी बीमारी की अहमियत भूल गए हैं।