नई दिल्ली। इस बार का इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर 2024 में हिमाचल पैविलियन खास आकर्षण का केंद्र रहा। दिल्ली के करीब होने की वजह से सर्दियों में हिमाचल जाने बाले पर्यटकों के लिए हिमाचल पैविलियन पर्यटक स्थलों की सही जानकारी का स्त्रोत उभर कर सामने आया है। दिल्ली में सर्दियों के दस्तक देने के साथ ही ऊनी कपड़ों , स्वेटरों और जुराबों की खरीददारी के लिए भी लोग हिमाचल पैविलियन की ओर रुख किया। सेहत के लिए संजीदा लोगों को हिमाचल पैविलियन काफी भा रही है क्योंकि हिमाचल प्रदेश के आर्गेनिक उत्पादों ने एक बिशिस्ट ब्रांड के रूप में पहचान बनाई है और अपनी गुणबत्ता और स्वाद के लिए मशहूर हिमाचली उत्पाद धनाढ्य वर्ग की पहली पसन्द मानी जाती है।
हिमाचल पैविलियन के निदेशक ज्ञान सिंह चौहान ने बताया की इस बार 220 बर्ग मीटर में स्थापित हिमाचल पैविलियन में शिमला, काँगड़ा ,सोलन , मण्डी ,कुल्लू आदि जिलों से 16 स्टाल स्थापित किये गए हैं। सोलन जिला के परबानू के उद्यमी हिमाचल फ्रूट्स द्वारा जूस , जैम ,चटनी और आचार महिलाओं में खासा क्रेज़ बना रहा है। म
ण्डी की गुलाब शाल इंडस्ट्री द्वारा लेडीज और जेंट्स के लिए शाल ,जैकेट, कैप प्रदर्शित किये गए हैं। मनाली के मनु वीवर्स द्वारा अंगोरा और याक के उत्पाद प्रदर्शित किये गए। कुल्लू के कौशलया वूलेन के पश्मीना जुराबों और पश्मीना शाल को काफी सराहाया गया। इन्होने अंगोरा शाल और अंगोरा वूल की कैप्स भी बाजार में उतारी हैं। जय महासू देवता जुब्बल द्वारा पहाड़ी राजमाह, माश, कुल्थ, लिंगड़ीय आचार बाजार में उतारा है जोकि दिल्ली में बसे हिमाचलियों की खरीददारी की पहली पसंद माना जाता हैं। इनके पहाड़ी गाय के घी की खुसबू पुरे मेले में अपनी महक बिखेरी। हिमाचल पैविलियन में बिकने बाले मक्की के आटे को भी दिल्ली में बसे हिमाचल और उत्तराखण्ड के खरीददार काफी पसंद किया। इसके अलावा हैंडलूम एवं हेंडीक्राफ्ट उत्पाद, फ्रूट उत्पाद के अलावा काँगड़ा ,चाय, एप्पल चिप्स, ड्राई गुच्छी, सिबक्थोर्न एवं किडनी राजमाह पर आगंतुकों का ध्यान आकर्षित किया। इन उत्पादों को लेकर मंडप में पधारने वाले लोगों में बहुत दिलचस्पी देखी जा रही है | इसके अलावा हिम-ईरा स्वय सहायता समूह द्वारा हिमाचल प्रदेश की जड़ी बूटियों से तैयार साबुन, तेल, हर्बल उत्पादों व विशेषकर शुद्ध पहाड़ी घी का प्रदर्शन किया गया।
हिमाचल पैविलियन के निदेशक ज्ञान सिंह चौहान ने बताया की इस बार फेयर के अंतिम दिनों में ज्यादा दर्शकों की सम्भावना हैं। उनका कहना की पैविलियन को हिमाचल प्रदेश की ब्राण्डिंग के लिए इस्तेमाल किया गया, ताकि ज्यादा से ज्यादा पर्यटक सर्दियों के सीजन में हिमाचल का भ्रमण करें और बड़े औद्योगिक घराने हिमाचल प्रदेश में निबेश करें