नई दिल्ली। रेल मंत्रालय अपने समूचे नेटवर्क में 11 सितंबर से 2 अक्टूबर तक ‘स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा’ चला रहा है। माननीय प्रधानमंत्री ने आज मथुरा में स्वच्छता ही सेवा (एसएचएस) पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान श्रमदान किया और खुद आगे आकर देश को प्लास्टिक कचरा हटाने के लिए एक संदेश दिया।
भारतीय रेलवे ने भी एसएचएस के पहले दिन प्लास्टिक कचरे के संग्रह पर सभी हितधारकों की भागीदारी के साथ बड़ा श्रमदान किया। पूरे स्वच्छता पखवाड़े के दौरान प्लास्टिक कचरे के संग्रह पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। पखवाड़े से संबंधित विस्तृत दिशानिर्देश तैयार कर लिए गए हैं और इन्हें रेलवे की प्रत्येक इकाई तक पहुंचा दिया गया है। रेलवे का पूरा नेटवर्क सबसे प्रभावी तरीके से ‘पखवाड़े’ को मनाने के लिए तैयार है।
रेल और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने रेलवे प्रशासन को इस पखवाड़े की शानदार सफलता के लिए निर्देशित किया है। उन्होंने पखवाड़े के दौरान रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में सफाई पर विशेष ध्यान देने को कहा है। उन्होंने ‘स्वच्छता ही सेवा पखवाड़े’ के दौरान अधिकारियों एवं सभी विभागों के कर्मचारियों को विभिन्न गतिविधियों शामिल होने का निर्देश दिया है। इससे पहले रेल मंत्री ने ट्रेनों और स्टेशनों पर 2 सितंबर, 2019 से 10 दिन का सफाई अभियान चलाने का निर्देश दिया था। उन्होंने जोनल रेलवे को निर्देश दिया था कि चयनित तस्वीरों को निगरानी के लिए बनाए गए रेल मंत्री के डैशबोर्ड ई-दृष्टि पर अपलोड किया जाए। रेल मंत्री ने उन जोन की सराहना की, जिन्होंने इस तरह की निगरानी पर अच्छा काम किया।
पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के सचिव श्री परमेश्वरन अय्यर ने इस सोमवार को रेलवे बोर्ड के चेयरमैन श्री वी. के. यादव से मुलाकात की और प्लास्टिक कचरे को छांटने के लिए रेलवे कैसे काम कर सकता है, इस पर चर्चा की। देश भर में रेलवे की संपत्तियां सबसे ज्यादा लोगों से जुड़ी हुई हैं। एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक पर प्रतिबंध का बड़े पैमाने पर प्रचार किया जाएगा। सभी प्रमुख जगहों पर इस संबंध में बैनर/पोस्टर/संदेश लगाए जाएंगे। हितधारकों में जागरुकता पैदा करने के लिए सूचना, शिक्षा और संचार उपायों का व्यापक उपयोग किया जाएगा। इसके साथ ही ऑडियो संदेश/बैनर भी प्रदर्शित किए जाएंगे।
बोर्ड के निर्देशों के कार्यान्वयन पर जोनल रेलवे कार्रवाई करेगा और अपनाए गए उपायों के बारे में प्रतिक्रिया देगा। 2 अक्टूबर, 2019 से पहले सभी ए1 और ए श्रेणी के स्टेशनों पर प्लास्टिक की बोतलों को नष्ट करने वाली मशीनें लगाई जाएंगी। सभी ए1 और ए श्रेणी के स्टेशनों पर अलग कूड़ेदानों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इन पर एसएचएस का लोगो लगा होगा। देशभर में रेलवे की संपत्ति पर 150 नर्सरी विकसित करने के काम को 2 अक्टूबर, 2019 से पहले पूरा कर लिया जाएगा।