जीवन के लिए गीता, हमारे लिए है सीता: नीरज पाठक

जानकी नवमी के अवसर पर मैथिली भोजपुरी अकादमी और वैदेही फाउंडेशन ने किया जानकी जन्मोत्सव 2018 का आयोजन। संगोष्ठी और सांस्कृतिक कार्यक्रम का लोगों ने उठाया लाभ।

नई दिल्ली। मैथिली भोजपुरी अकादमी, दिल्ली सरकार के उपाध्यक्ष नीरज पाठक ने कहा कि भारतीय जनमानस के लिए जनकसुता सीता एक जीवन दर्शन हैं। सीता मिथिला सहित समस्त महिलाओं के लिए एक संबल हैं। उन्होंने कहा कि जीवन जीन के लिए जितना जरूरी गीता है, हम मिथिलावासियों के लिए उतनी ही जरूरी मां सीता हैं।
नीरज पाठक जगत जननी मां जानकी के जन्मोत्सव पर मैथिली भोजपुरी अकादमी और वैदेही फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में जानकी जन्मोत्सव 2018 का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत मां सीता के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करके हुई। वैदेही फाउंडेशन के अमरनाथ झा ने सीता के जीवन चरित और कार्यक्रम के रूपरेखा पर प्रकाश डाला। संगोष्ठी में श्रीमती अल्पना झा, डाॅ अराधना प्रधान, डाॅ कैलाश कुमार मिश्र, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डाॅ देवशंकर नवीन ने सीता के जीवन की घटना-परिघटनाओं और साहित्यिक कृतियों की बात करते हुए मिथिला में सीता की महत्ता और उपादेयता पर प्रकाश डाला। डाॅ देवशंकर नवीन ने सीता को केंद्र में रखकर मिथिला के लिए शोध करने की बात पर जोर दिया। दिल्ली के पूर्व सांसद महाबल मिश्रा, दिल्ली प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष मनीष सिंह, पूर्वांचल एकता मंच के शिवजी सिंह, न्यूज आॅफ बिहार के पंकज प्रसून, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी पूर्वांचल मोर्चा के महासचिव तपन झा आदि गणमान्य अतिथियों को आयोजकों की ओर से मखाना और मिथिला पेंटिंग देकर सम्मानित किया गया।
इस आयोजन में सविता झा, कुमकुम झा आदि लोगों ने सीता पर केंद्रित कविताओं का पाठ किया। साथ ही नृत्य नाटिका भी प्रस्तुत किया गया।

 

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