अब उपेंद्र कुशवाहा ने दिया एनडीए को अल्टीमेटम

पटना/ नई दिल्ली। राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने सीटों के बंटवारे के मुद्दे पर अपने तेवर और कड़े कर लिए हैं। शनिवार को होने वाली पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में गठबंधन के बारे में बड़ा फैसला लेते हुए भाजपा को नवंबर के अंतिम सप्ताह तक का अल्टिमेटम दिया है। केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी ने कहा है कि तब तक यदि उसे 2014 के लोकसभा चुनावों से ज्यादा सीटें नहीं दी गईं तो वह एनडीए से अलग हो जाएगी।

गौरतलब है कि बिहार में एनडीए के घटक दलों में तनाव का यह दौर पिछले दिनों तब शुरू हुआ, जब भाजपा और जेडीयू ने 50-50 के फॉर्म्यूले पर लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी। इसके चलते एनडीए में पहले से शामिल लोक जनशक्ति पार्टी और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के नेताओं को लगा कि आगामी चुनावों में उनको दी जाने वाली सीटों की संख्या में कटौती की जा सकती है। यही वजह है कि इन दोनों ही पार्टियों ने इस फॉर्म्यूले का खुलकर विरोध किया।

इसके साथ ही गौर करने लायक यह भी है कि राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से अगले लोकसभा चुनाव में बिहार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में सीट बंटवारे पर बातचीत के लिए तीसरी बार भी मुलाकात नहीं होने बाद आज फिर से दुहराया कि राज्य में उनकी पार्टी का गठबंधन भाजपा के साथ है। कुशवाहा ने दिल्ली से लौटने के बाद यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वह अपने दिल्ली प्रवास के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात करने की कोशिश की लेकिन यह संभव नहीं हो सकता। संभवत: श्री शाह पांच राज्यों में हो रहो विधानसभा चुनाव को लेकर व्यस्त हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी का गठबंधन भाजपा के साथ है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री श्री कुशवाहा ने दिल्ली प्रवास के दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से उनके मिलने के संबंध में पूछे जाने पर कहा कि यह मीडिया का शिगुफा है और उनकी मुलाकात श्री गांधी से नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि रालोसपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की पूर्व से निर्धारित यहां बैठक होनी है और इसमें शामिल होने के लिए ही वह पटना आये हैं।

उल्लेखनीय है कि अगले लोकसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर बिहार राजग में चल रही खींचतान के बीच श्री कुशवाहा इससे पहले भी दो बार भाजपा अध्यक्ष श्री शाह से मिलने का प्रयास कर चुके हैं लेकिन उनकी मुलाकात नहीं हो सकी। सीट बंटवारे को लेकर चल रही खींचतान पर रालोसपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आज कुछ अहम फैसले लिये जा सकते हैं। दूसरी तरफ कुशवाहा और नीतीश की पार्टी में जुबानी जंग के तेज होने से भी मामला और खराब होता गया है। जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने तो यहां तक कह दिया था कि यदि कुशवाहा की पार्टी एनडीए छोड़ भी देती है तो गठबंधन की सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। इस ताजा बयान के बाद दोनों पार्टियों में तल्खी एक बार फिर बढ़ गई। इस बीच सीट बंटवारे को लेकर उपेंद्र कुशवाहा ने एक बार भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मिलने का वक्त मांगा था।

 

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