आरबीएस अर्थ हीरोज अवार्ड्स के सातवें संस्करण की हुई घोषणा

नई दिल्ली। द राॅयल बैंक आॅफ स्काॅटलैंड (आरबीएस) ने वर्ष 2017 के लिये आरबीएस ‘अर्थ हीरोज’ अवार्ड्स के विजेताओं की घोषणा की। वन्यजीवन और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र से उन आठ व्यक्तियों/संस्थानों को स्वतंत्र निर्णायक मंडल ने आरबीएस अर्थ हीरोज अवार्ड के लिये चुना, जिन्होंने जमीनी स्तर पर अद्वितीय कार्य किया है। निर्णायक मंडल में वन्यजीवन पर सक्रिय रूप से कार्य करने वाले, पर्यावरणविद् और संरक्षणविद् शामिल थे, जिन्होंने देशभर से आये नामांकनों की समीक्षा की।
आरबीएस फाउंडेशन इंडिया के प्रबंध निदेशक, सेवाओं के राष्ट्रीय प्रमुख एवं इंडिया चेयरपर्सन श्री पंकज फाटरफोड ने कहा कि आरबीएस में अर्थ हीरोज अवार्ड्स की यात्रा हमारे लिये वास्तव में प्रेरक रही है। इससे हमें पर्यावरण की स्थिरता के लिये काम करने वाले व्यक्तियों और संगठनों को सम्मानित और प्रोत्साहित करने का अवसर मिला है। इस वर्ष भी, हमें सौभाग्य से इतनी अधिक क्षमता वाले कई नामांकन मिले और हमें सर्वश्रेष्ठ को सम्मानित करने का गौरव प्राप्त हुआ। इस वर्ष के विजेता यह दर्शाते हैं कि अपने क्षेत्र में समर्पित भाव से कार्य करने से पर्यावरण में किस प्रकार सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है। हम अर्थ हीरोज द्वारा किये गये अनुपम कार्य को प्रोत्साहित कर भारत के युवाओं के लिये प्रेरणा के स्रोत के रूप में कार्य करने की आशा करते हैं।
श्री एन सुनील कुमार, हेड-सस्टेनेबिलिटी, भारत, राॅयल बैंक आॅफ स्काॅटलैंड और डायरेक्टर, आरबीएस फाउंडेशन इंडिया, ने कहा कि देश के अज्ञात नायक वन्य जीवन को संरक्षित करने के लिये अपना जीवन समर्पित करते हैं और कार्य की अवधि के बाहर भी कार्य करते हैं, उन्हें सम्मान पाने का पूरा अधिकार है। वन्य पर्यावरण क्षेत्र और जैव विविधता यूएन क्लाइमेट प्लेटफाॅर्म (यूएनएफसीसीसी के सीओपी21) में भारत द्वारा वचनबद्ध महत्वपूर्ण नेशनली डीटरमाइन्ड कंट्रीब्यूशन (एनडीसी) है। अर्थ हीरोज का कार्य इस एनडीसी में प्रत्यक्ष योगदान है। हमारे वन्यजीवन के संरक्षण के लिये उनके प्रयासों को सम्मानित करना मेरे लिये गर्व का विषय है। प्रत्येक वर्ष इन पुरस्कारों का आयोजन करना हमारे लिये वाकई में सौभाग्य की बात है।’’
आरबीएस अर्थ हीरोज अवार्ड्स के सातवें संस्करण में श्रीमती सुमित्रा महाजन ने नई दिल्ली में आयोजित पुरस्कार समारोह में अपने कर कमलों से विजेताओं को पुरस्कार एवं नगद राशि प्रदान की।
आरबीएस ‘अर्थ हीरो’ अवार्ड श्री जादव पायेंग को उनकी अद्वितीय उपलब्धियों और पर्यावरण तथा वन्यजीवन संरक्षण में संलग्नता के लिये प्रदान किया गया। आरबीएस ‘अर्थ गार्जियन’ अवार्ड बिहार के पश्चिम चंपारन जिले में स्थित वाल्मिकी टाइगर रिजर्व (वीटीआर) को घास भूमि के प्रबंधन में सुधार और आवास प्रबंधन, वन्यजीवन निरीक्षण, पर्यावरण पर्यटन और प्रभावी वन्यजीवन अपराध नियंत्रण में सराहनीय प्रयासों के लिये प्रदान किया गया।
आरबीएस ‘सेव द स्पीशीज‘ अवार्ड दो नामितों – श्री अतुल देवकर जिन्हें वाइल्ड बुफैलो, व्हाइट-रम्प्ड, भारतीय गिद्धरें और भारतीय विशाल गिलहरियों के संरक्षण में काफी काम किया, को दिया गया। इस पुरस्कार के अन्य प्राप्तिकर्ताओं में श्री खेनराब फंुटसोग और श्री स्मानला सेरिंग शामिल हैं जिन्होंने स्नो लेपर्ड एवं हेमिस नेशनल पार्क इकोसिस्टम के संरक्षण के लिए लगातार प्रयास किये।
आरबीएस ‘इंस्पायर‘ अवार्ड रोहन चक्रवर्ती को वन्यजीव पर उनके द्वारा उठाये गये समझदार एवं संवेदनशील कदम के लिए दिया गया। आरबीएस ‘ग्रीन वारियर‘ अवार्ड तीन लोगों को दिया गया। डाॅ. शेखर कुमार नीरज, भारतीय वन सेवा अधिकारी और ट्रैफिक इंडिया के प्रमुख को वन्यजीव अपराध से लड़ने पर मुख्य केंद्रण के साथ वन्यजीव प्रबंधन और जैवविविधता संरक्षण के लिए उनके जीवनकालिक समर्पण के लिए; श्री इपरा मेकोला जोे अरुणाचल प्रदेश में मिशिमी हिल्स में वन्यजीव संरक्षण की रक्षा करने के लिए 17 वर्ष से जुटे हुये हैं और श्री चंद्रकांत नाईक, वन अधिकारी जिनके जीवनकालिक प्रयासों ने कर्नाटक में बाघों की अच्छी आबादी वाले क्षेत्र काली टाइगर रिजर्व की बहाली में उल्लेखनीय योगदान किया, को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

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