रणवीर सिंह
स्तावांगर (नॉर्वे): विश्व शतरंज चैंपियन गुकेश डोम्माराजू शनिवार को नॉर्वे के स्तावांगर शहर पहुंच गए, जहां 26 मई से शुरू हो रहे नॉर्वे चेस 2025 टूर्नामेंट में वे सबसे बहुप्रतीक्षित मुकाबले का हिस्सा बनने जा रहे हैं। यह आयोजन Sparebank 1 Sør-Norge मुख्यालय में आयोजित किया जाएगा।
यह पहला मौका होगा जब 18 वर्षीय गुकेश, सिंगापुर में डिंग लिरेन को 14 गेम की क्लासिकल सीरीज़ में हराकर विश्व चैंपियन बनने के बाद, विश्व नंबर-1 मैग्नस कार्लसन से क्लासिकल फॉर्मेट में भिड़ेंगे।
मैग्नस के होम ग्राउंड पर खेलने को लेकर गुकेश ने कहा,
“यहां (स्तावांगर) आकर बहुत अच्छा लग रहा है। नॉर्वे से मेरी अच्छी यादें जुड़ी हैं। मैग्नस से क्लासिकल गेम में भिड़ना निश्चित रूप से एक रोमांचक चुनौती होगी। दर्शकों के लिए भी यह विश्व चैंपियन बनाम विश्व नंबर-1 का मुकाबला होगा। यह सुनने में ही काफी रोमांचक लगता है, और मैं खुद के साथ-साथ शतरंज प्रेमियों को यह अनुभव देना चाहता हूं। उम्मीद है यह मुकाबला एक शानदार अनुभव होगा।”
गुकेश पिछली बार 2023 में नॉर्वे चेस में खेले थे, जहां उन्होंने तीसरा स्थान हासिल कर जरूरी FIDE सर्किट अंक जुटाए और 2024 कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालिफाई किया। वे बॉबी फिशर और मैग्नस कार्लसन के बाद कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालिफाई करने वाले तीसरे सबसे युवा खिलाड़ी बने।
अगस्त 2023 में गुकेश ने 2750 की रेटिंग पार कर यह उपलब्धि हासिल करने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बनने का रिकॉर्ड बनाया। सितंबर 2023 में उन्होंने विश्वनाथन आनंद को पीछे छोड़ते हुए भारत के शीर्ष रेटेड खिलाड़ी का स्थान प्राप्त किया—37 वर्षों में पहली बार किसी और ने यह स्थान हासिल किया।
2024 की शुरुआत में उन्होंने टाटा स्टील मास्टर्स जीतकर साल की धमाकेदार शुरुआत की, इसके बाद कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए वे विश्व चैंपियनशिप मैच तक पहुंचे। ओलंपियाड में उन्होंने भारत को टीम गोल्ड और खुद को बोर्ड 1 पर व्यक्तिगत स्वर्ण पदक दिलाया।
अपनी हालिया सफलता के बाद बढ़ी अपेक्षाओं पर गुकेश बोले,
“यह एक नया स्तर है। लेकिन मैं इसे एक चुनौती की तरह लेता हूं कि मैं खुद को साबित कर सकूं कि मैं इस स्तर को संभाल सकता हूं। उम्मीदें भले ही ऊंची हों, लेकिन अगर मैं मेहनत करता रहूं और अपना सर्वश्रेष्ठ दूं, तो उन्हें पूरा कर सकता हूं।”
क्लासिकल गेम में आने वाली मानसिक चुनौतियों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा,
“क्लासिकल गेम करीब पांच घंटे चलता है और ऐसे समय में आपका ध्यान पूरी तरह खेल पर नहीं रहता। कई बार मन में इधर-उधर के विचार आ जाते हैं, लेकिन जरूरी यह है कि आप खेल में वापसी करें और बाकी विचारों को बाद में निपटाएं। यह वही नोट बनाने की प्रक्रिया है, जिससे आप खुद को केंद्रित रख पाते हैं। कमजोर क्षणों की कोई गुंजाइश नहीं होती।”
नॉर्वे चेस 2025 और नॉर्वे चेस वुमन 2025 के लिए ड्रॉ की घोषणा शाम को की जाएगी।
इस टूर्नामेंट में भारत के अर्जुन एरिगैसी भी भाग लेंगे। इसके अलावा, हिकारू नाकामुरा (अमेरिका), फैबियानो कारुआना (अमेरिका), वेई यी (चीन) जैसे खिलाड़ी भाग लेंगे। नॉर्वे चेस वुमन 2025 में जू वेनजुन (चीन), लेई टिंगजी (चीन), कोनेरु हम्पी (भारत), अन्ना मुझचुक (यूक्रेन), वैशाली आर (भारत), और सारासदात खादेमालशारियेह (स्पेन) जैसे सितारे विजेता बनने की दौड़ में होंगे।