नई दिल्ली / टीम डिजिटल। वर्ल्ड कप अब अपने आखिरी पायदान पर पहुंच गया है । यह क्रिकेट का कुंभ कहा जा सकता है जो चार साल बाद आता है । इस कुंभ में खेलने के लिए हर क्रिकेट खिलाडी अपना सारा ल
दम खम लगा देता है लेकिन फिर भी चुना नहीं जाता । अम्बाती रायडु ऐसे ही दुर्भाग्यशाली खिलाडी रहे जो नम्फर चार के लिए अपनी जगह पक्की मान कर चल रहे थे । चयन नहीं हुआ । दिल टूट गया । ऐसे ही सन् 2011 में राहुल शर्मा का चयन नहीं हुआ था लेखिन अपने खेल में सुधार लाकर जगह बनाई और लगातार पांच शतक लगाने का रिकाॅर्ड बनाया विश्व कप में । पर न्यूजीलैंड के खिलाफ चूक गये और भारत मैच हार गया । खुद विराट कोहली कह रहे हैं कि पहले चालीस मिनट की बैटिंग के दौरान तीन विकेट खोकर हम मैच गंवा चुके थे । यह तो जडेजा और धोनी एक बार जीतने के करीब ले आए थे । बीच में हार्दिक पंड्या और ऋषभ पंत ने भी कोशिश की लेकिन अभी समय के साथ सीखेंगे कि फिनिशर कैसे बनना है । यह विराट का कहना है । वैसे यह भी चर्चा में है कि विराट ऋषभ को अंतिम एकादश में नहीं रखना चाहते थे लेकिन मैनेजमेंट के दबाब में रखना पडा । ऋषभ को राहुल द्रविड ने खूब न्यार किया लेकिन तेज तर्रार युवा खिलाडी रायडु को मात देकर विश्व कप खेलने में तो कामयाब हो गया लेकिन शायद प्रभावित करने में नहीं । चहल के सेमफाइनल में एक ओवर में अठारह रन भारी पडे और ब्रत अठारह रन से ही हारा । यह अजीब संयोग नहीं ?
धोनी लगभग अंतिम विश्व कप खेल रहे थे लेकिन इतने खुशकिस्मत नहीं रहे सचिन की तरह कि वर्ल्ड कप विजयी टीम के सदस्य के तौर पर विदा होते । लता मंगेश्कर कह रही हैं कि धोनी अभी रिटायरमेंट के बारे में सोचना भी मत । अभी देश की क्रिकेट को तुम्हारी जरूरत है । यह दुआ है लता दीदी की । धोनी असमय रन आउट हो गये जैसे कल आसट्रेलिया के स्मिथ रन आउट हुए । यह मैच भी लगभग उसी पारी की कार्बन काॅपी रहा जैसा भारत न्यूजीलैंड के बीच हुआ था । भारत के भी पहले तीन विकेट जल्द आउट हो गये थे और आस्ट्रेलिया के भी । धोनी की तरह स्मिथ ने भी संघर्ष किया लेकिन पराजय को ऑआल नहीं सके ।
वर्ल्ड कप से यह बात भी आई कि धोनी को कार्तिक की जगह पहले बल्लेबाजी के लिए भेजना चाहिए था । अब यह तो कल्पना ही है लेकिन सचमुच वे पंत को अपधे अनुभव से अच्छा खेलने के मंत्र देते रहते जैसे जडेजा को दिए और वे मैच को काफी संघर्षपूर्ण बनाने में सफल रहे । अब बहुत कुज विचार करने योग्य है । टीम वापस आए तो फैंस इसका स्वागत् करें क्योंकि पहले मैचों में खुशी भी तो दी । आखिर हर टीम सदा जीतती नहीं रह सकती । दुआ करो कि अगले वर्ल्ड कप तक सही होश और जैश बना रहे ।