नई दिल्ली। एक कश्मीर वह है जो भाजपा के सांसदों का प्रतिनिधिमंडल देख कर आया है और सब स्वर्ग ही स्वर्ग बता रहा है । दूसरा कश्मीर फिल्म अभिनेत्री जायरा वसीम की आंखों से देखिए । जायरा वसीम की याद है कुछ ? दंगल गर्ल । जिसके अभिनय को सर्वत्र सराहना मिली थी लेकिन वह आतंकवादियों व अलगाववादियों की आंखों में खटक गयी और उनके दबाव के चलते फिल्मी दुनिया को अलविदा कह गयी ।
हालांकि जायरा ने दंगल के बाद सीक्रेट सुपरस्टार व द स्काई इज पिंक में भी काम किया और राष्ट्रीय पुरस्कार भी पाया । इसके बावजूद विचारों से सजग जायरा बोली कि कश्मीर में पेश की जा रही शांति झूठी है । यह तस्वीर जो पेश की जा रही है यह झूठी है । जायरा ने गोदी मीडिया द्वारा प्रस्तुत की जा रही तस्वीर और तथ्यों पर विश्वास न करने की अपील करते कहा कि कश्मीर घाटी में बेहद निराशाजनक माहौल है
केवल उन्नीस वर्षीय जायरा किसी के कहने या दबाव में ऐसा बयान नहीं दे रही ।
जायरा का कहना है कि जब से धारा 370 हटाई गयी है तब से कश्मीरियों की ज़िंदगी बदहाल बना दी गयी है । केंद्र ने कश्मीर को दो भागों में बांट दिया । कश्मीर और लद्दाख । जायरा के अनुसार आज कश्मीर उम्मीद और कुंठा के बीच झूल रहा है । बढ़ती निराशा और दुख की बजाय कश्मीर की झूठी तस्वीर पेश की जा रही है । जायरा ने सवाल उठाते कहा कि हमें ऐसी दुनिया में क्यों रहना पड़ रहा है जहां पर हमारी ज़िंदगी और इच्छाओं को नियंत्रित किया जा रहा है ।
जबाव देंगे क्या गृहमंत्री अमित शाह।जी ? दिल्ली में भी आप एक तस्वीर पेश कर रहे हो । कहीं वह भी झूठी साबित न हो जाये । आपने कश्मीर में जो सांसदों का दल भेजा क्या वह पिकनिक मना कर वापस आ गया ? उन्होंने जायरा जैसा कुछ भी दिखाई या महसूस नहीं हुआ ? इस पिकनिक को सरकारी खर्च पर क्यों आयोजित किया गया ? सांसदों ने खर्च वसूल किया जाना चाहिए या नहीं ?
हमको मालूम है जन्नत की हकीकत लेकिन, दिल को बहलाने के लिए ख्याल अच्छा है ,,,
कमलेश भारतीय, वरिष्ठ पत्रकार