Business News : इलेक्ट्रोलक्स ने भारतीय कंज़्यूमर ड्यूरेबल बाजार में प्रवेश किया

नई दिल्ली। 100 सालों से ज्यादा समय से बेहतर जीवन प्रदान करने वाली अग्रणी ग्लोबल अप्लायंस कंपनी, इलेक्ट्रोलक्स ने आज भारत में अपना पहला एक्सपीरियंस सेंटर और रिटेल स्टोर खोलने की घोषणा की। यह नया स्टोर एक ऑम्नीचैनल रिटेल दृष्टिकोण द्वारा भारतीय कंज़्यूमर ड्यूरेबल बाजार में कंपनी के प्रवेश को चिन्हित करता है।

कोविड-19 की महामारी ने स्वास्थ्य, स्वच्छता और सतत विधियों को बढ़ावा देने वाले उत्पादों एवं समाधानों की जरूरत का अहसास करा दिया। परिवारों की बढ़ती आय एवं इन-होम अप्लायंसेज़ की बढ़ती लोकप्रियता के साथ कंज़्यूमर ड्यूरेबल उद्योग में अगले कुछ सालों तक लगातार वृद्धि होने की उम्मीद है। इस मांग को पूरा करने के लिए इलेक्ट्रोलक्स रेफ्रिजरेशन, फैब्रिक केयर (वॉशर एवं ड्रायर), एयर प्योरिफिकेशन एवं कंडीशनिंग, डिशवॉशिंग, कुकिंग, एवं वैक्यूम क्लीनर की संपूर्ण श्रृंखला चरणबद्ध रूप से जुलाई से अक्टूबर 2022 तक पेश करेगा।

इस लॉन्च के बारे में सुधीर पाटिल, कमर्शियल डायरेक्टर, इलेक्ट्रोलक्स इंडिया ने कहा, ‘‘भारत लगातार विकसित होता हुआ बाजार है। यह लॉन्च देश में इलेक्ट्रोलक्स की विस्तृत व्यवसायिक योजनाओं की ओर पहला कदम है। इलेक्ट्रोलक्स उपभोक्ताओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए गुणवत्तायुक्त समाधान प्रदान करता है। मैं अपने ग्राहकों को सतत व बेहतर जीवन का अनुभव प्रदान करने के लिए आशान्वित हूँ।’’

बेहतर जीवन प्रदान करने के प्रयास में इलेक्ट्रोलक्स ने एक गैरलाभकारी संगठन, प्लैनेट वाटर के साथ साझेदारी की है, जिसके तहत दुनिया में पानी की कमी को संबोधित किया जाएगा। महाराष्ट्र में अपने अभियान के तहत इलेक्ट्रोलक्स और प्लैनेट वाटर समाज के 3600 बच्चों और सदस्यों के लिए स्वच्छ व सुरक्षित पेयजल की आपूर्ति तथा भारत में स्वच्छता शिक्षा कार्यक्रम सुनिश्चित करेंगे।

सततता पर केंद्रित रहते हुए दुनिया में इलेक्ट्रोलक्स द्वारा चलाए जाने वाले उल्लेखनीय सततता अभियानों में शामिल हैं: 2050 तक अपनी वैल्यू श्रृंखला में जलवायु के प्रति न्यूट्रल बनने का ग्लोबल कंपनी का उद्देश्य। अक्षय ऊर्जा का उपयोग शुरू कर एवं अपने संपूर्ण कार्य में ऊर्जा एवं अन्य संसाधनों के उपयोग को ऑप्टिमाईज़ कर पर्यावरण पर कंपनी के प्रभाव को कम करते जाना। इलेक्ट्रोलक्स के जीरो वेस्ट टू लैंडफिल्स कार्यक्रम की शुरुआत से इसके सभी निर्माण स्थलों पर 97 प्रतिशत से ज्यादा वेस्ट के दोबारा इस्तेमाल में मदद मिली, क्योंकि यह जलवायु के प्रति न्यूट्रल रहते हुए कार्य करता है। मौजूदा समय में भारत में सभी एयर कंडीशनर ओईएम पार्टनर द्वारा बनाए जा रहे हैं और शेष उत्पादों का आयात पोलैंड, जर्मनी और थाईलैंड में कंपनी के निर्माण संयंत्रों से किया जाएगा।

 

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