नई दिल्ली। ज्लेड बैलिस्टिक अपने बैलिस्टिक मैनस्केपिंग ट्रिमर पेश करके भारत में मैनस्केपिंग की अवधारणा को पारिभाषित करने वाला अब तक का पहला ब्रांड है। भारत में यह अपनी तरह का पहला और अकेला सच्चा मैनस्केपिंग ट्रिमर है। इसे अंतरंग और संवेदनशील अंगों के लिए खासतौर से डिजाइन किया गया है। इस ट्रिमर में सिरामिक ब्लेड लगे हुए हैं और इनकी सेफएज टेक्नालॉजी से सहज ट्रिमिंग होती है। इसमें कटने या खरोंच लगने का डर नहीं रहता है। यह उपकरण 100ः वाटरप्रूफ है और सेफएज टेक्नालॉजी, ली आयन बैटरी से लैस है जो तेजी से चार्ज होती है और 90 मिनट तक चलती है।
इस मामले पर ज्लेड के प्रवक्ता ने कहा, “मैनस्केपिंग अंग्रेजी के दो शब्दों को मिला कर बना है। पहला शब्द है “मैन” और दूसरा शब्द है “लैंडस्केपिंग”। इसका मतलब है, पुरुषों के शरीर के बालों को सौंदर्य या साफ-सफाई के लिए काटने, छांटने, वैक्सिंग या शेविंग अथवा प्लकिंग जैसी विधियों से हटाना। मैनस्केपिंग शरीर के हर तरह के बालों पर लागू होता है। ज्लेड मैनस्केपिंग बैलिस्टिक ट्रिमर को अलग करने वाली मुख्य खासियत यह है कि इसमें बदलने योग्य हेड भी हैं। चूंकि हमलोग शरीर के सबसे संवेदनशील हिस्से की बात कर रहे हैं इसलिए यह सिफारिश की जाती है कि हेड को 3-6 महीने में बदल दिया जाए।”
पुरुषों के ग्रूमिंग उद्योग की बढ़ती प्रेरणा पुरुषों के ग्रूमिंग का विकास है जहां उत्पादों और तरीकों को आधुनिक पुरुष की आवश्यकताओं के लिहाज से खास तौर से डिजाइन किया जा रहा है। इससे उपभोक्ता के पास उपलब्ध विकल्पों की कमी को भी दूर किया जा रहा है। पुरुषों के सौंदर्य के क्षेत्र में आए बदलाव के मद्देनजर ज्लेड के बैलास्टिक ने खुद को पुरुषों के हाईजीन से संबंधित प्रमुख उत्पाद के रूप में स्थापित किया है। बैलास्टिक ट्रिमर के अलावा इसके और भी ऐसे उत्पाद हैं जो शरीर के अंतरंग हिस्सों की साफ-सफाई के काम आते हैं।