नई दिल्ली। बेवरेज एल्कॉहल में ग्लोबल लीडर तथा जॉनी वॉकर, ब्लैक डॉग, ब्लैक एण्ड व्हाईट, मैक डॉवेल्स नंबर 1 के निर्माता डियाजियो ने कोविड महामारी की दूसरी लहर के दौरान देश की सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली को सहयोग देने के लिए 45 करोड़ के योगदान की शपथ ली है।
इस पहल के माध्यम से डियाजियो 21 ज़िलों में नोडल सरकारी अस्पतालों को प्रेशर स्विंग एब्जा़र्ब्शन ऑक्सीजन प्लांट्स की स्थापना में मदद करेगा ताकि इन अस्पतालों में दीर्घकालिक ऑक्सीजन की क्षमता को बढ़ाया जा सके। डियाजियो सबसे संवेदनशील 15 ज़िलों में पीएसए ऑक्सीजन प्लांट्स तथा सभी सुविधाओं से युक्त प्री-फैब्रिकेटेड 16 बैड्स वाले मिनी हॉस्पिटल युनिट भी राज्य सरकारों को मुहैया कराएगा, ये युनिट्स भारत के हर राज्य में एक ज़िले को दी जाएंगी। इससे ज़िलों में अस्पतालों की बैड क्षमता बढ़ेगी तथा आवश्यकतानुसार बैड्स को आईसीयू या क्रिटिकल केयर में बदला जा सकेगा। डियाजियो की इस पहल से उन ज़िलों को लाभ होगा जो वर्तमान में मुश्किलों से जूझ रहे हैं। कंपनी 10 राज्यों में सार्वजनिक अस्पतालों को चिकित्सा उपकरण जैसे ऑक्सीजन कॉन्सन्ट्रेटर, ऑक्सीजन सिलिंडर, वेंटीलेटर बैड एवं अन्य ज़रूरी उपकरण भी उपलब्ध कराएगी।
आनंद कृपालु, मैनेजिंग डायरेक्ट एवं सीईओ, डियाजियो इंडिया ने कहा, ‘‘ऐसे समय में जब देश मानवता पर अप्रत्याशित संकट से जूझ रहा है, हम सरकार के प्रयासों में योगदान देना चाहते हैं और देश के हर नागरिक के साथ खड़े हैं। वर्तमान में चिकित्सा सुविधाओं की मांग बहुत अधिक है, अस्पतालों में बैड्स और ऑक्सीजन की कमी है, ऐसे में हमें उम्मीद है कि हर राज्य एवं केन्द्र शासित प्रदेश को हमारे द्वारा दिया जाने वाला यह योगदान देश की स्वास्थ्य प्रणाली के सुधार में मददगार साबित होगा। इस शपथ के साथ डियाजियो अब तक कोविड राहत कार्यों के लिए रु 130 करोड़ का योगदान दे चुका है।’’
संकट के पैमाने को देखते हुए डियाजियो ने ‘एक ज़िला एक राज्य’ का दृष्टिकोण अपनाया है, ताकि देश के हर राज्य एवं केन्द्रशासित प्रदेश में कम से कम एक ज़िले तक मदद पहुंचाई जा सके। डियाजियो की इस पहल को नेशनल, इन्वेस्टमेन्ट प्रोमोशन एजेन्सी, इन्वेस्ट इंडिया का समर्थन प्राप्त होगा तथा राज्य अधिकारियों की प्राथमिकता के अनुसार गिव इंडिया द्वारा इसे अंजाम दिया जाएगा, जिससे संवेदनशील ज़िलों को पहचानकर राज्य के चिकित्सा अधिकारियों के लिए सुगम सेवाओं को सुनिश्चित किया जा सकेगा।