मेट्रो ट्रेनों में पावर केबल्स का मानकीकरण’ विषय पर संगोष्ठी

नई दिल्ली। पावर केबल एलायंस (पीसीए) ने दिल्ली मेट्रो रेल काॅर्पोरेशन (डीएमआरसी) के साथ मिलकर मेट्रो रेलवेज के लिए बिजली के तारों के मानकीकरण विषय पर एक समारोह आयोजित किया। पीसीए एक संगठन है जो बिजली के तांबे के तारों के जरिए भारत में सुरक्षित, विश्वसनीय, सक्षम एवं उच्च गुणवत्ता वाले विद्युतीय ढांचें के निर्माण को प्रोत्साहन देता है। इसे इंटरनेशनल काॅपर एसोसिएशन द्वारा समर्थित है जो कि एक अलाभकारी संगठन है।

पावर केबल एलायंस के सचिव, विश्वेश भाटिया ने अपने विचार को साझा करते हुए कहा, “जैसा कि भारत अपने बुनियादी ढांचे में तेजी लाने और प्रमुख शहरों में मेट्रो रेल प्रणालियों का विस्तार करने में निवेश कर रहा है, यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि यह विस्तार उच्च गुणवत्ता वाले विद्युत बुनियादी ढांचे द्वारा समर्थित है। डीएमआरसी भारत में शहरी गतिशीलता में परिवर्तनकारी बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है। हमें आज की संगोष्ठी के लिए उनके साथ साझेदारी करने पर गर्व है। हमें उम्मीद है कि हमारे ठोस प्रयासों से देश में मेट्रो रेल क्षेत्र के लिए गुणवत्ता वाले विद्युत बुनियादी ढांचे के कार्यान्वयन का परिणाम होगा।

डीएमआरसी देश के सबसे बड़े मेट्रो रेल नेटवर्क को संचालित करता है और यात्री सुरक्षा और परिचालन विश्वसनीयता पर एक प्रीमियम रखता है। ओ.एच. पांडे, निदेशक (इलेक्ट्रिकल) डीएमआरसी और ए.के. गर्ग, निदेशक (आॅपरेशंस), डीएमआरसी ने संगोष्ठी में अपने विचार साझा करते हुए कहा, ‘‘किसी भी शहर के विकास के लिए सार्वजनिक परिवहन अत्यावश्यक है और इस मायने में मेट्रो रेलवे शहरी विकास में मुख्य भूमिका निभाती है। पावर केबल्स, मेट्रो सिस्टम का मेरुदण्ड है और हमें इस संगोष्ठी हेतु पावर केबल एलायंस के साथ जुड़ने की खुशी है। चर्चाओं में महत्वपूर्ण कारकों के समाधान के बारे में बात की गई, जैसे-गुणवत्ता नियंत्रण को बेहतर बनाने हेतु समाधान, गुणवत्ता संबंधी समस्याओं की पहचान एवं उन्हें कम करने हेतु तकनीकें और केबल्स की सुरक्षा की आवश्यकता। हमें उम्मीद है कि इन समाधानों से हमारे मेट्रो सिस्टम को अधिक विश्वसनीय एवं कुशल बनाने में मदद मिलेगी।’’

डीएमआरसी ने बिजली और नियंत्रण केबलों के अनुप्रयोग में अपना अनुभव भी साझा किया। संगठन ने केबलों के उपयोग में आने वाली चुनौतियों पर केस स्टडी प्रस्तुत की और सुरक्षित स्थापना के लिए सुझावों पर चर्चा की। संगोष्ठी में मेट्रो रेल कंपनियों, बिजली केबल निर्माण फर्मों और अग्रणी परियोजना सलाहकारों और ठेकेदारों के प्रमुख विशेषज्ञों की भागीदारी देखी गई। भारत के लिए सुरक्षित विद्युत अवसंरचना के निर्माण, एचवी बिजली केबलों के निर्माण में नवीनतम तकनीकी विकास और बिजली केबलों के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं के निर्माण, स्थापना, और सर्वोत्तम प्रथाओं के निर्माण पर ध्यान केंद्रित करने पर चर्चा हुई।

संजीव रंजन, प्रबंध निदेशक, आईसीए इंडिया ने कहा, “हमारा अंतिम प्रयास संगोष्ठी के माध्यम से बिजली के बुनियादी ढांचे के महत्वपूर्ण पहलुओं पर बहस और चर्चा को प्रोत्साहित करना है। पावर केबल बिजली के बुनियादी ढांचे का एक महत्वपूर्ण घटक है जो देश में मेट्रो रेलवे का समर्थन करता है। पावर केबल्स की सही गुणवत्ता और क्षमता की तैनाती सुनिश्चित करने के लिए मानकीकरण एक लंबा रास्ता तय करेगा। चूंकि भारत के विभिन्न शहरों में मेट्रो रेलवे का नेटवर्क विस्तृत है, इसलिए शहरी जन परिवहन के इस माध्यम के विकास में सहायक विद्युत अवसंरचना का होना महत्वपूर्ण होगा।

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