निगम पार्षद विजय भगत ने कहा कि हम और आप जब बालिका दिवस को मना रहे हैं, तो एक बात हमेशा अपने मन में रखिए कि हमारी सनातन संस्कृति में शक्ति उपासना होती है। शक्तिस्वरूपा नारी रूप में ही हैं। हम और आप उनकी आराधाना करते हैं, तो अपने घर की बेटी-बहू को सम्मान दें। परिवार और समाज के लिए यह अत्यावश्यक है। उन्होंने एक पंक्ति की चंद पंक्तियां का उद्धरण देते हुए कहा कि ना चाहूं मैं धन और वैभव, बस चाहूं मैं तुझको। तू ही लक्ष्मी, तू ही शारदा, मिल जाएगी मुझको। सारी दुनिया है एक गुलशन, तू इसको महकाना। किलकारी से घर भर देना, सदा ही तू मुस्काना…।
पूर्व उपमहापौर विजय भगत ने बालिका दिवस पर समस्त बेटियों को अन्तहीन प्रगति की शुभकामना देते हुए कहा कि इस बार कोरेाना ने कई आयोजनों पर प्रतिबंध लगा दिया है। बहुत जल्द ही हम हम अपने वार्ड में बालिकाओं के सशक्तीकरण के लिए एक बेहतर कार्ययेाजना की शुरूआत करेंगे। समाज के प्रबुद्ध लोगों से हमारा विचार विमर्श चल रहा है। कई सामाजिक संगठनों के लोग हमसे लगातार जुडना चाह रहे हैं।