चैनल पर पहली बार बाबा साहेब की जीवन गाथा- ‘एक महानायक-डाॅ. बी. आर. आम्बेडकर’

मुंबई। ‘‘संविधान कितना भी अच्छा हो, यदि उसे लागू करने वाले अच्छे नहीं होंगे, तो वह बुरा साबित होगा।वैसे ही संविधान कितना भी बुरा हो,यदि उसे लागू करने वाले अच्छे होंगे, तो वह अच्छा साबित होगा’’ -डाॅ. बी. आर. आम्बेडकर। अपने गौरवशाली इतिहास में भारत कुछ ऐसे महान नेतृत्व कर्ताओं के नेतृत्व में रहा है, जिन्होंने भविष्य के लिये मिसाल तय की और सभी के लिये प्रेरणा बने।भारत के इतिहास में ऐसे ही एक नेतृत्व कर्ता हैं, जिन्होंने एक क्रांति को जन्म दिया और भरोसे मंद आवाज बने, वह थे एक महानायक-डाॅ. बी. आर. आम्बेडकर।भारतीय संविधान के रचियता। ऐसे व्यक्ति, जिन्होंने करोड़ों भारतीयों के दिलों में स्थायी रूप से अपनी जगह बनाई।वे उत्कृष्टता से भी बड़े थे, उनकी विरासत बेमिसाल है।

&TV इस असाधारण व्यक्तित्व, उनकी संघर्षशीलता और वह कैसे संयुक्त भारत के प्रणेता बने, इसकी हिन्दी के सामान्य मनोरंजन चैनल के क्षेत्र में पहले कभी न कही गई कथा को प्रस्तुत करते हुए गर्वान्वित है, जो एक महानायक-डाॅ. बी. आर. आम्बेडकर नामक दमदार सामाजिक नाटक में दिखेगी।स्मृति शिंदे के सोबो फिल्म्स द्वारा निर्मित यह शो बाबा साहेब और पाँच वर्ष की छोटी आयु से आरंभ और भारतीय संविधान का प्रधानशिल्प कारबन नेतक की उनकी यात्रा की प्रेरक कथा है।एक महानायक-डाॅ. बी. आर. आम्बेडकर में प्रसादज़वादे मुख्य भूमिका में होंगे, आयुध भानुशाली उनके बचपन की भूमिका निभायेंगे, जग्गू निवंगुणे उनके पिता की भूमिका में होंगे, नेहा जोशी उनकी माँ, साउद मंसूरी उनके बड़े भाई, अथर खान उनके छोटे भाई, तुलसा और वंशिका यादव उनकी बहनों की भूमिका में नजर आयेंगे।यह शो 17 दिसंबर, 2019 से प्रत्येक सोमवार से शुक्रवार रात 8ः30 बजे &TV पर प्रसारित होगा।

इस शो के बारे में सोबो फिल्म्स की निदेशक स्मृति सुशील कुमार शिंदे ने कहा, ‘‘भारतीय संविधान के शिल्पकार डाॅ. बी. आर. आम्बेडकर को ‘बाबा साहेब’ के नाम से जाना जाता है, वे एक महान समाज सुधारक, शिक्षा विद और नेता थे।जन्म से लेकर अंतिम सांस तक डाॅ. बी. आर. आम्बेडकर का जीवन एक प्रेरक कथा है।हमें विश्वास है कि हमारा शो‘एक महानायक-डाॅ. बी. आर. आम्बेडकर’ उनकी जीवन गाथा से यह बताने में सफल होगा कि एक व्यक्ति अपने स्पष्ट और विकसित दृष्टिकोण, अदम्य दृढ़ता और लगन से क्या अर्जित कर सकता है।मुझे विश्वास है कि इस टेलीविजन शो का दर्शकों से अतुलनीय जुड़ाव होगा।भारतीय टेलीविजन पर ऐसे महान और असली संघर्ष की कहानी पहले कभी नहीं देखी गई है और मेरे प्रोडक्शन हाउस सोबो फिल्म्स के लिये यह बड़े सम्मान और जिम्मेदारी की बात है कि इसे -ज्ट के साथ मिलकर अत्यंत उत्सुक दर्शकों के लिये प्रस्तुत किया जा रहा है।’’

शो में युवा आम्बेडकर की भूमिका निभाने वाले आयुध भानुशाली ने कहा कि, ‘‘हम स्कूल में डाॅ. बी.आर.आम्बेडकर की कृतियों और उपलब्धियों के बारे में पढ़ते रहे हैं। लेकिन मुझे इसका अंदाजा भी नहीं था कि एक दिन मुझे पर्दे पर युवा आम्बेडकर की भूमिका निभाने का सौभाग्य मिलेगा।इस शो के माध्यम से मुझे उनके बारे में काफी कुछ जानने और सीखने का अवसर मिल रहा है जो मैं किताबों से नहीं जान सकता था।व्यक्तिगत रूप से यह एक शानदार अनुभव है और मैं बड़े उत्साह के साथ इसकी सफलता के लिए आशान्वित हूँ।‘‘

अभिनेत्री नेहा जोशी, जो इस शो से अपने कॅरियर की शुरुआत कर रहीं हैं, ने कहा कि, ‘‘यह न केवल हिन्दी टेलीविजन पर बल्कि एक माँ की भूमिका में भी पहला कदम है।मेरे लिए इससे बड़े गौरव की और कोई बात नहीं हो सकती थी कि मुझे एक ऐसे महान व्यक्ति की माँ का किरदार निभाने का मौका मिला है जो अपन ेपूरे जीवन काल में समाज से भेदभाव, अपमान और अभाव के उन्मूलन के लिए लड़ते रहे और भारतीय संविधान के जनक बने।भीमाबाई (आम्बेडकर की माँ) सीधी-सादी महिलाथीं, जोे गंभीरता के साथ अपने पति के काम में मदद करतीं थीं और अपने बच्चों को बेहतर करने के लिए प्रोत्साहित करतीं थीं।उन्होंने बच्चों को बेहतर जीवन देने की इच्छा के साथ उनकी भलाई के लिए कठिन परिश्रम किया।‘‘

नेहा जोशी ने आगे यह भी कहा कि, ‘‘मैं अपने प्रशंसकों और दर्शकों से अपील करती हूँ कि एक महानायक-डाॅ. बी.आर.आम्बेडकर जरूर देखें और भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकार के नयेनियमों के अनुसार जी समूह के चैनलों को सब्सक्राइब करें। आखिरकार, जी पारिवारिक मनोरंजन के लिए घर के हर सदस्य के मनपसंद प्रोग्राम्स को एक ही जगह पेश करने वाला नम्बर-1 नेटवर्क है। इसलिए -ज्ट पर हमारा शो लगातार देखने के लिए आज ही ज़ी एच एस एम बुके का चुनाव करके कृपया ज़ी फैमिली पैक-हिन्दी एसडी/एचडी खरीदें।‘‘

अपने किरदार और हिन्दी टेलीविजन पर पहली बार आने वाले अभिनेता जगन्नाथ निवंगुणे ने कहा कि, ”मेरे लिए आम्बेडकर के पिता, रामजी की भूमिका के लिए चुना जाना सचमुच बेहद गौरवपूर्ण क्षण है। भीमराव के मन में सीखने की उत्कंठा और अपने आदर्श उनके पिता ने ही भरे थे। अनुशासन के मामले में सख्त रामजी ने हमेशा अपने बच्चों और पत्नी के कल्याण की दिशा में काम किया। इस शो की शूटिंग पूरे जोर-शोर से चल रही है और मैं इसके प्रसारण की बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहा हूँ।“

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