गवर्नर ओपी कोहली की इजाजत लेकर शपथग्रहण कार्यक्रम शुरू हुआ। विजय रुपानी ने सबसे पहले शपथ ली। उनके बाद नितिन पटेल ने उप मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी के राजनीतिक विरोधी रहे केशुभाई पटेल और शंकर सिंह वाघेला भी पहुंचे। पीएम नरेंद्र मोदी ने दोनों का अभिवादन किया।
गांधीनगर । मुख्यमंत्री के तौर पर विजय रुपाणी और उप मुख्यमंत्री के तौर पर नितिन पटेल सहित 08 कैबिनेट मंत्री और 10 राज्य मंत्रियों ने शपथ ली। बीजेपी ने गुजरात में लगातार छठी बार सरकार बनाई है। विजय रुपानी एक बार फिर गुजरात के सीएम बन गए हैं। मंगलवार को रुपानी ने दूसरी बार बतौर सीएम पद और गोपनीयता की शपथ ली। रुपानी के बाद नितिन पटेल ने पद की शपथ ली। वह राज्य के डिप्टी सीएम होंगे। रुपानी समेत कुल 20 विधायकों ने शपथ ली। विधायकों ने कैबिनेट और राज्य मंत्री के तौर पर शपथ ली। इनमें से 6 मंत्री पाटीदार समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। इस शपथग्रहण में पीएम नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा कई केंद्रीय मंत्री और एनडीए शासित राज्यों के सीएम मौजूद थे। इसके अलावा, कभी राजनीतिक तौर पर पीएम नरेंद्र मोदी के विरोधी माने जाने वाले केशुभाई पटेल और शंकर सिंह वाघेला भी नजर आए। रुपानी ने गुजराती में शपथग्रहण किया। वह दूसरी बार राजकोट पश्चिम से विधायक बने हैं। म्यांमार के रंगून में जन्मे रुपानी शुरुआती दिनों से समर्पित आरएसएस कार्यकर्ता रहे हैं। बता दें कि गांधीनगर में एक भव्य शपथग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। इसमें साधु-संतों को भी आमंत्रित किया गया था। रुपानी और नितिन पटेल के अलावा कई दूसरे नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली। बता दें कि 22 साल से सूबे की सत्ता पर काबिज बीजेपी ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में 182 में से 99 सीटें जीतीं थीं।
सचिवालय परिसर में तीन अलग-अलग मंच तैयार किए गए थे, जिसमें मुख्य स्तर पर राज्यपाल ओम प्रकाश कोहली ने विजय रुपाणी को सबसे पहले मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। उसके बाद उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल को शपथ दिलाई गई। इसके बाद, कैबिनेट में 08 और राज्यमंत्री के रूप में 10 लोगों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। मुख्यमंत्री सहित सभी मंत्रियों ने गुजराती भाषा में ईश्वर के नाम पर शपथ ली।
मुख्यमंत्री विजय रुपाणी कांकरिया कार्निवल का उद्गाटन सम्पन करके सीधे बैठक में भाग लेने के लिए पहुंचे थे। देर रात बैठक में, नई सरकार के गठन के लिए जिले के सामाजिक, राजनीतिक, जमीनी जुड़ाव, लोकप्रियता और प्रतिनिधित्व को ध्यान में रखा गया था। देर रात तक राजभवन को कैबिनेट मंत्रियों की सूची नहीं भेजी गई थी, लेकिन कुछ संभवित मंत्रियों को मध्यरात्रि के बाद फोन पर बताया गया था ।
कैबिनेट स्तरीय मंत्री
भूपेंद्र सिंह चुडास्मा (धोलका), गणपत बसावा (मांगरोल एसटी), कौशिक पटेल (नारनपुरा), सौरभ पटेल (बोटाद), दिलीप ठाकोर (चानस्मा), आरसी फालडू (जामनगर दक्षिण), जयदेश राडिया (जेतपुर), ईश्वर भाई परमार (बारडोली)
राज्यमंत्री
प्रदीप सिंह जडेजा (वटवा), किशोर कनानी (वरच्छा रोड), विभादरी दवे (पूर्व भावनगर), रमन लाल नानू भाई पाटकर (उमरग्राम), बच्चू भाई खबाड (देवगढ़ बारानिया), पुरुषोत्तम सोलंकी (भावनगर ग्रामीण), वासण भाई गोपाल भाई अहिर (अंजार), जयद्रथ सिंह परमार (हालोल) , परबत भाई पटेल (थराद), ईश्वर सिंह पटेल (अंकलेश्वर)