‘अमेज़न सहेली’ के साथ महिला उद्यमियों को सशक्त करने की कोशिश

हैदराबाद। अमेज़न इंडिया ने देश की महिला उद्यमियों को अमेजन इंडिया पर अपने उत्पाद बेचने के लिये समर्थ बनाने वाले कार्यक्रम अमेज़न सहेली के लाॅन्च की घोषणा की है। महिला उद्यमिता को प्रोत्साहित करने वाले संगठनों के साथ मिलकर यह कार्यक्रम भारत में बिक्री के तरीके को बदलने के अमेज़न इंडिया के दृष्टिकोण के अनुसार है। वर्तमान में इन भागीदार संगठनों में एसईडब्ल्यूए (सेल्फ-एम्प्लाॅइड वूमन एसोसिएशन) और इम्पल्स सोशल इंटरप्राइज शामिल हैं। इन भागीदार संगठनों के साथ मिलकर अमेज़न सहेली महिला उद्यमियों को अमेज़न इंडिया पर राष्ट्रव्यापी ग्राहकों तक पहुँचाएगा, जो कि भारत में सर्वाधिक देखा जाने वाला और लेन-देन वाला क्षेत्र है।
इन भागीदार संगठनों से जुड़ी हजारों महिला उद्यमी अमेजन के ग्राहकों के लिये ‘द सहेली स्टोर’ के माध्यम से उत्पाद प्रस्तुत कर सकेंगी। इस स्टोर में इन महिला उद्यमियों द्वारा स्थानीय रूप से निर्मित किये गये अनूठे उत्पाद होंगे। शुरूआत में दस्तकारी, परिधान, हैण्डबैग्स और घर की सजावट की वस्तुओं वाले इस स्टोर से धीरे-धीरे महिला उद्यमी अलग उत्पाद श्रेणियों का विक्रय भी करेंगी। पंजीकृत महिला उद्यमियों को ग्राहकों तक पहुँचाने वाला अमेज़न सहेली व्यवसाय में वृद्धि के लिये विश्व-स्तरीय लाॅजिस्टिक और निर्वाह सुविधाओं के लिये भी सहायता करेगा। इस कार्यक्रम के अंतर्गत महिला उद्यमी निर्दिष्ट शुल्क पर सब्सिडी, लाॅन्च के समय निशुल्क इमैजिंग और कैटालाॅगिंग, लेखा प्रबंधन, लाॅन्च के बाद सहयोग, खोजे जाने में सहायता, विशेषीकृत स्टोर के माध्यम से उत्पादों का विशिष्टीकरण जैसे लाभ भी प्राप्त कर सकेंगी।
अमेज़न इंडिया में सेलर सर्विसेज के निदेशक एवं महाप्रबंधक श्री गोपाल पिल्लई ने कहा, ‘‘छोटे उद्यमियों को सहयोग कर भारत में क्रय और विक्रय के तरीके को बदलने की हमारी प्रतिबद्धता के एक हिस्से के तौर पर अब हम भारतीय महिला उद्यमियों के दृष्टि में आने और संसाधन प्राप्त करने की चुनौतियों पर केन्द्रित हैं। छोटे व्यापारों के लिये ई-काॅमर्स महत्वपूर्ण है, यह महिला उद्यमियों को डिजिटल अर्थव्यवस्था से लाभान्वित होने के अवसर प्रदान करता है। भागीदार संगठनों एसईडल्ब्यूए और इम्पल्स के साथ मिलकर हम प्रसन्न हैं, जिन्होंने हाशिये पर खड़ी महिला उद्यमियों के लिये उत्कृष्ट कार्य किया है और उनके विस्तार में सहायता की है। अमेज़न सहेली के माध्यम से हमारा लक्ष्य अपने भागीदारों की सहायता से हजारो महिला उद्यमियों के जीवन में परिवर्तन लाना है।’’
इस पहल के विषय में एसईडब्ल्यूए की अध्यक्ष श्रीमति रीमा नानावटी ने कहा, ‘‘एसईडब्ल्यूए में हम ई-काॅमर्स के उपयोग से युवा महिलाओं की उद्यमिता में विश्वास करते हैं। ई-काॅमर्स न्यूनतम लागत पर नये राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों तक पहुँचता है! यह युवा महिला उद्यमियों को आर्थिक सुरक्षा, प्रतिष्ठा और आत्म-सम्मान देता है। एसईडब्ल्यूए को अमेज़न के साथ भागीदारी कर खुशी हो रही है, जिसका महिला उद्यमियों को लाखों नये ग्राहकों तक पहुँचाने और आर्थिक रूप से सुरक्षित करने का दृष्टिकोण हमारे समान है और यह कई युवा महिलाओं के लिये रोजगार के अवसर उत्पन्न करेगा।’’
श्रीमति नानावटी ने आगे कहा, ‘‘संतलपुर, गुजरात के एक गांव से कला में स्नातकोत्तर हाखिबर्न अहीर इस कार्यक्रम के अंतर्गत अमेज़न पर एक विक्रेता है। वह एक शिक्षिका हैं, पर उन्होंने एम्ब्राॅइडरी के पारिवारिक व्यवसाय को आगे बढ़ाया है और ‘‘हंसिबा’’ के रूप में अमेज़न पर अपनी एम्ब्राॅइडरी का विक्रय करती हैं। पालीबेन अहमदाबाद की गलियों से कूड़ा उठाती थी और अपने परिवार का पोषण करती थीं। आज वह अमेज़न पर एक विक्रेता हैं और अपनी को-आॅपरेटिव ‘गीतांजली’ के माध्यम से पुनःचक्रित अपशिष्ट कागज की बनी स्टेशनरी का विक्रय करती हैं। यह गरीबी और भूख से स्वतंत्रता है और उनका जीवन आत्म-सम्मान वाला हो गया है।’’
इस कार्यक्रम के लाॅन्च पर टिप्पणी करते हुए अमेज़न इंक. में ग्लोबल काॅर्पोरेट अफेयर्स के सीनियर वाइस पे्रेसिडेंट जे कार्नी ने कहा, ‘‘महिलाओं में उद्यमिता का विकास विश्व और भारत में काॅर्पोरेट्स का मुख्य रूप से केन्द्रित क्षेत्र बन गया है। ई-काॅमर्स और विशेषकर ई-मार्केट महिला उद्यमियों के लिये सबसे उपयुक्त स्थलों में से एक हैं, जहाँ महिलाएं तेजी से बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था से लाभ कमा सकती हैं। भारतीय उद्यमियों के लिये अवसरों को देखते हुए हम बहुत प्रोत्साहित हैं और सहेली जैसे कार्यक्रम की संभावनाओं को लेकर रोमांचित हैं, जो महिलाओं में नैतिक और उद्यमिता विकास पर बल देता है।’’

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