नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के तमाम अदालतों में दिल्ली बार कौंसिल चुनाव 2017 को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। इस चुनाव में मजबूती से चुनाव लड रहे एडवोकेट सरफराज सिद्दीकी कहते हैं कि मैं अपने साथियों की बेहतरी के लिए चुनाव में खडा हूं। मैं लंबे-चैडे वादों में यकीन नहीं करता हूं, काम करने में भरोसा करता हूं। मैंने अपने साथियों से यही अपील की है कि वे दिल्ली बार कौंसिल के चुनाव में मुझे वोट दें। मुझे जिताएं और अपने हाथ को मजबूत करें। मैं पूरी पारदर्शिता के साथ काम करना चाहता हूं।
एक सवाल के जवाब में एडवोकेट सरफराज सिद्दीकी ने कहा कि जब बार कौंसिल में पूरी पारदर्शिता के साथ काम होगी, तो किसी भी एडवोकेट को कोई परेशानी नहीं होगी। मैंने निर्णय कर लिया है कि बार कौंसिल में आने के बाद एडवोकेट्स के वेलफेयर को प्राथमिकता के आधार पर देखूंगा। नए वकीलों को किसी प्रकार की अधिक परेशानी न हो, इसकी व्यवस्था बनाउंगा।
एक सवाल के जवाब में उन्हेांने कहा कि चार नवंबर को गुरु नानक जी की जयंती है। हमें और पूरी दुनिया को उनके बताए रास्तों का अनुसरण करना चाहिए। समाज में समानता का नारा देने के लिए उन्होंने कहा कि ईश्वर हमारा पिता है और हम सब ही उसके बच्चे हैं। पिता की निगाह में छोटा-बड़ा कोई नहीं होता। वही हमें पैदा करता है और वही हमारा पेट भरने के लिए अन्न भेजता है।गुरु नानक देव जी ने कहा कि तुम मनुष्य की जाति पूछते हो, लेकिन जब व्यक्ति ईश्वर के दरबार में जाएगा तो वहां जाति नहीं पूछी जाएगी। सिर्फ उसके कर्म देखे जाएंगे। इसलिए आप सभी जाति की तरफ ध्यान न देकर अपने कर्मों को दूसरों की भलाई में लगाओ।