मधुबनी। वर्ष 2023-24 के आम बजट को लेकर लोकजनशक्ति पार्टी रामविलास के युवा राष्ट्ीय उपाध्यक्ष डॉ विभय कुमार झा ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे आम जनता के हित में बताया है। अपने बयान में डॉ विभय कुमार झा ने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आयकर छूट की सीमा को बढ़ाकर देश के करोड़ों वेतनभोगियों को राहत दी है। आयकर छूट की सीमा को 5 लाख से बढ़ाकर 7 लाख कर दिया गया। इससे जो लोग वेतनभोगी हैं, उन्हें काफी राहत मिलेगी।
इसके साथ ही लोजपा के युवा राष्ट्ीय अध्यक्ष डॉ विभय कुमार झा ने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री ने पुरानी टैक्स व्यवस्था को खत्म करके एक नई शुरुआत की है। केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करने की शुरुआत में ही यह कहकर पूरी मंशा को स्पष्ट कर दिया था कि यह अमृतकाल का अमृत बजट है। इस बजट की सात प्राथमिकताएं हैं, जो सप्तऋषि की तरह अमृतकाल के दौरान हमारा मार्गदर्शन करेंगी। उन्होंने बजट भाषण में कहा कि बजट में सात प्राथमिकताएं सप्तर्षि की अवधारणा पर आधारित हैं। इनमें समावेशी वृद्धि, हरित विकास, युवा शक्ति, वित्तीय क्षेत्र, अंतिम छोर तक पहुंच, बुनियादी ढांचे का विकास और क्षमताओं का पूरा इस्तेमाल शामिल है। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र को गति देने के लिये अलग कोष बनाया जाएगा। नई तकनीकी पर जोर होगा।
डॉ विभय कुमार झा ने कहा कि गरीब खाद्यान्न योजना 1 साल के लिए बढ़ाई गई है। वित्त मंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि पैन अब राष्ट्रीय पहचान पत्र के रूप में जाना जाएगा। बजट में घोषणा की गई कि इलेक्ट्रिक वाहन, ऑटोमोबाइल , खिलौने और देसी मोबाइल सस्ते होंगे। 2014 से सरकार के प्रयासों ने सभी नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाया है। प्रति व्यक्ति आय दोगुनी से अधिक बढ़कर 1.97 लाख रुपये हो गई है। इन 9 वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था आकार में 10वें से 5वें स्थान पर पहुंच गई है। वित्त मंत्री ने घोषणा की कि युवा उद्यमियों द्वारा कृषि-स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए कृषि कोष बनाया जाएगा। वहीं, पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मिशन मोड पर काम किया जाएगा।