Diwali in Corona, त्योहारी रौनक में सकारात्मकता को सींचें

नई दिल्ली। कोरोना काल में स्पेशल होगी दिवाली। स्पेशल इस लिए क्योंकि चारों ओर कोराना के कारण डर का माहौल है। त्योहारों के इस मौसम में मन में उल्लास रखना होगा। कारण कोरोना ने बहुत डरा दिया है। यह ठहराव कुछ समय तक जिंदगी का हिस्सा बनकर रहने ही वाला है। जानते हैं कैसे Diwali in Corona में दिवाली जिंदगी में सकारात्मक उजास फैला सकती है।

अपनों से मिलें, पर फिजिकल डिस्टेंस जरूर रखें

 

कोरोना वायरस के रहने तक फिजिकल डिस्टेंसिंग जरूरी है। ऐसे में मन में दूरियां आने के हालात बनने की स्थिति से बचे रहने की कोशिश जारी रखनी होगी। इन दिनों उन दोस्तों और अपनों को फोन कीजिये जिनसे काफी समय से बात नहीं हुई। साथ ही जिनसे नियमित जुड़े हुए हैं, उनसे पॉजिटिव संवाद कीजिये।

 

सतर्क और जागरुक रहें

बदली हुई दुनिया ने हमें सतर्क और जागरुक रहना सिखा दिया है। इस सबक को सदा के लिए अपनी लाइफस्टाइल का हिस्सा बना लें। सजग रहने की आदत सेहत और जिंदगी सहेज सकती है। बात सिर्फ कोरोना इन्फेक्शन से बचाव की ही नहीं है, कामकाजी दुनिया हो या आम जिंदगी से जुड़े दूसरे पहलू चैकन्ना की आदत हमें सुरक्षित रखती है।

लाइस्टाइल में सरलता

इस दौर ने समझा है कि जिंदगी बहुत सरलता से भी जी जा सकती है। जरूरतों पर लगाम लगाना उतना भी मुश्किल नहीं, जितना हम समझते रहे हैं। सरल स्वभाव और सहज जीवनशैली हर मुसीबत में मन को मजबूत रखते हैं।

पॉजटिविटी से ओत-प्रोत

कोरोना के कारण पॉजटिविटी हमारे मन-मस्तिष्क में आई है। अब इसे आगे भी कायम रखना है। इस भाव को सींचना है, ताकि सकारात्मक रहने की सोच मन-जीवन का हिस्सा बन जाए। मेलजोल और त्योहारी रौनक के फीकेपन के मौजूदा दौर में इस पॉजटिविटी को पोषण दीजिये।

गुड हैबिट्स को फाॅलो करें

ट्रैफिक सिग्नल पर संयत रहने से लेकर यहां¬-वहां कूड़ा-करकट फैलाने तक हमारी आदतें नकारात्मक रही हैं। कोरोना के इस दौर ऐसी प्रवृत्तियों पर लगाम लगायें। साथ ही समय से सोने-जागने, किसी बुरी लत छुटकारा पाने, कसरत और संतुलित भोजन करने जैसी अच्छी आदतों को भी बढ़ावा दें। कोरोना काल का रुका-ठहरा वक्त जीवनशैली के अच्छे रंग-ढंग सिखाने वाला दौर है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.