नई दिल्ली।एक तरफ लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कदम से कदम मिलाकर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने की अपील कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ उनकी ही पार्टी के कुछ नेता सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते नजर आ रहे हैं। लोक जनशक्ति पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के महासचिव सह बेलसंड विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी मोहम्मद नसीर अहमद उर्फ लाल जी की कुछ तस्वीरें वायरल हो रही हैं। इन तस्वीरों में लाल जी किसी सब्जी वाले से सब्जी खरीदकर लोगों को सब्जी बांटते तो नजर आ रहे हैं लेकिन वहां सावधानियां बिल्कुल नहीं बरती गई हैं। ना तो नसीर अहमद ने खुद मास्क पहना हुआ है और ना ही सब्जी लेने वालों से दूरी मेंटेन की गई है। किसी आम दिनों की तरह नसीर अहमद धड़ल्ले से लोगों से करीब होकर सब्जी देते हुए नजर आ रहे हैं। इन तस्वीरों के आधार पर यह भी मान लिया कि नसीर अहमद ने 5-7 गरीब लोगों को कुछ सब्जियां खरीद कर दे भी दिया हो लेकिन क्या उनका ये फर्ज नहीं बनता था कि वे पहले लोगों को डिस्टेंस मेंटेन करने की बात सिखाते और खुद भी नियमों का पालन करते।
चिराग पासवान की नसीहतों की LJP नेता नसीर अहमद को शायद परवाह नहीं !
इस समय में जबकि कोरोना विश्वव्यापी महामारी के तौर पर हर तरफ अपना कहर बरपा रही है, केंद्र औऱ राज्य सरकारों की तरफ से तमाम एहतियात बरते जा रहे हैं और लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के लिए जागरुक किया जा रहा है लेकिन राजनीति कर रहे लोग इसमें भी अपना मुनाफा खोज रहे हैं। गरीबों की मदद करिए, जरूरतमंदों का हर संभव सहयोग करें लेकिन इसके साथ ही ये भी बहुत जरूरी है कि कोरोना को लेकर जो सरकार की तरफ से दिशा निर्देश जारी किए गए हैं उनका भी जरूर पालन करें। कुछ लोग ऐसे भी सामने आ रहे हैं कि महज सोशल मीडिया पर अपनी छवि चमकाने के लिए गरीबों की मदद करने का दिखावा भी कर रहे हैं, यह नैतिकता के खिलाफ है और गरीब और गरीबी का मजाक उड़ाने के समान है। नसीर अहमद जैसे नेताओं को चाहिए कि इस समय में आगे बढ़कर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का खुद भी पालन करें और अपने समर्थकों से भी ऐसा करने की अपील करें लेकिन जहां नेता ही नियमों का उल्लंघन करता दिखे तो वहां उनके समर्थक करें भी तो क्या करें।