दोस्‍त जो एकसाथ खाते हैं, एकसाथ रहते हैं! सोनी सब के ‘वागले की दुनिया’ के कलाकार लंच पर एक साथ खुशनुमा समय बिताने से कभी नहीं चूकते!

 

 

नई दिल्ली। सोनी सब के ‘वागले की दुनिया’ की कहानी जिंदगी के खट्टे-मीठे पलों पर आधारित है और इसमें वागले परिवार के सदस्‍यों के प्‍यार भरे रिश्‍तों को दिखाया गया है। शो में परिवार और संबंधों का सादगीपूर्ण एवं दिल को छू लेने वाला प्रस्‍तुतिकरण छोटे बच्‍चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी का मनोरंजन करता है। यह शो टेलीविजन पर एक बेस्‍ट स्‍लाइस ऑफ लाइफ शो बना हुआ है और अपनी सी लगने वाली घटनाओं एवं किरदारों के साथ दर्शकों का दिल जीत रहा है।

दिलचस्‍प बात यह है कि, हमने सुना है शो के सभी कलाकार न सिर्फ लंच के दौरान शूटिंग से एकसाथ ब्रेक लेते हैं, बल्कि एक बड़े परिवार की तरह सेट पर अपना खाना भी एक-दूसरे से शेयर करते हैं। अपने अलग और मुश्किल शूट शेड्यूल्‍स के बावजूद, वे सुनिश्चित करते हैं कि खाना एकसाथ खायें, ताकि असली जिंदगी में उनका रिश्‍ता उनके ऑनस्‍क्रीन संबंधों की तरह मजबूत रहे। आराम से बैठकर खाना खाते और गप्‍पे मारते समय उनके बीच का प्‍यार और बंधन यह दिखाता है कि ‘कोई भी रिश्‍ता खून से नहीं बल्कि दिल से बनता है।’

देखिये ‘वागले की दुनिया’, हर सोमवार से शनिवार, रात 9 बजे, सिर्फ सोनी सब पर !

इस ‘फैमिली टाइम’ के बारे में और भी ज्‍यादा जानने के लिये जब हमने इस बारे में वंदना वागले का किरदार निभा रहीं परिवा प्रणति से पूछा, तो उन्‍होंने कहा, “हमारे सभी कलाकार और तकनीशियन खाने-पीने के शौकीन हैं , इसलिये स्‍वभाविक रूप से खाना खाते समय हम एक-दूसरे से और भी जुड़ जाते हैं। हम जैसे ही सेट पर पहुंचते हैं, एक-दूसरे से पूछते हैं कि उनके टिफिन में आज क्‍या है। हमें सेट पर स्‍नैक्‍स और खाने का ऑर्डर देना भी अच्‍छा लगता है और इन दावतों के बीच में गप्‍पे मारना हम सभी को पसंद है। शो के हमारे सभी कलाकारों एवं तकनीशियनों को एक-दूसरे के पसंदीदा व्‍यंजनों के बारे में पता है। जब भी घर पर कुछ खास बनता है, हम अगले दिन पूरी टीम के लिये उसे सेट पर लेकर जरूर आते हैं।”

उन्‍होंने एक और दिलचस्‍प वाक्‍ये के बारे में बताते हुये कहा, “’एक बार जब बिजली चली गई थी, हम सभी सेट के पास रहने वाले एक क्रू मेंबर के घर पर गये और पकौड़ों का आनंद उठाया। हमें बहुत मजा आया, क्‍योंकि हमने ढेर सारी बातें की, कहानियां सुनाई और अपना समय बिताने के लिये गेम्‍स खेले। आप कह सकते हैं कि ‘वागले की दुनिया’ के सेट पर हर दिन वागले की (खाती-पीती) दुनिया में बदल जाता है।”

 

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