नई दिल्ली। देश की आजादी की लड़ाई में विनायक दामोदर सावरकर का क्या योगदान था, समय-समय पर उनको लेकर विरोधियों की ओर से उठाए जाने वाले सवालों में कितना दम है, ऐसे तमाम मुद्दों पर अब राष्ट्रीय विमर्श शुरू होने जा रहा है। सावरकर दर्शन प्रतिष्ठान की ओर से 26 और 27 फरवरी को यहां अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित होने जा रहे दो दिवसीय कार्यक्रम में गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भाग लेंगे। इस कार्यक्रम को सावरकर साहित्य सम्मेलन नाम दिया गया है।
सावरकर दर्शन प्रतिष्ठान की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम के विभिन्न सत्रों में गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी बतौर अतिथि भाग लेकर उनके योगदान पर चर्चा करेंगे। इस कार्यक्रम में वीर सावरकर के बारे में गहन अध्ययन रखने वाले कई विद्वानों को आमंत्रित किया गया है, जो आजादी की लड़ाई में सावरकर के योगदान पर चर्चा करने के साथ उन तमाम सवालों के भी जवाब देंगे, जिसको लेकर विरोधी अक्सर सावरकर के योगदान पर प्रश्नचिह्न् लगाने की कोशिश करते हैं।
आयोजन समिति से जुड़े आशीष कुमार ‘अंशु’ ने कहा, “वीर सावरकर महान क्रांतिकारी थे और उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। विरोधी सावरकर को लेकर मिथ्याप्रलाप करते हैं। यह दो दिवसीय कार्यक्रम वीर सावरकर के व्यक्तित्व और कृतित्व के बारे में लोगों को गहन जानकारी देने वाला होगा। गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की खास मौजूदगी होगी।”