कोरोना के साइड इफेक्ट्स

कमलेश भारतीय

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने निर्धारित समय आठ बजे के संबोधन में देश में पूरे इक्कीस दिन का लाॅकडाउन करने की घोषणा की । आप जानते हैं कि हमारे प्रधानमंत्री देशवासियों को जब भी संबोधित करते हैं , रात को आठ बजे ही करते हैं । पहली बार नोटबंदी लागू की थी । राहुल गांधी चार हजार रुपये चेंज करवाने के लिए बैंक की लाइन में कुर्ते की फटी जेब लेकर खड़े दिखे थे । वह वक्त गुजर गया । अब कोरोना टाइम है । कोरोना से लड़ने का टाइम है । राहुल गांधी कह रहे हैं कि हुजूर आते आते बहुत देर कर दी । बहुत पहले कोरोना से लड़ाई शुरू करनी थी । पहले कैसे करते ? अरे बाबा , पहले मध्यप्रदेश की सरकार गिराने में सारी दिलचस्पी थी । रिसोर्ट्स में विधायकों को रखते समय कोई कोरोना नहीं था । अब कोरोना का रोना शुरू । सरकार गिरा कर एक पुण्य का काम जो करना था । अब मध्यप्रदेश कोरोना से सुरक्षित है । कहो तो राजस्थान को भी सुरक्षित कर दें ? इधर जम्मू कश्मीर में पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को भी नज़रबंदी से रिहा कर दिया गया । पूरे 232 दिन बाद । सही कार्टून कि अब जो करेगा कोरोना ही करेगा । खुद ही नज़रबंदी रहोगे । मुझे बुराई लेकर क्या करना है ? अब जो हालात जम्मू कश्मीर में थे लगभग वही सारे देश के हो गये । सब पांडवों की तरह अज्ञातवास भुगत रहे हैं । अज्ञातवास में नहीं रहोगे तो फिर लाॅकअप में रह लो ।
पंजाब में पूरे नब्बे हज़ार प्रवासी स्वदेश लौट आए हैं जिससे पंजाब में आगे बढ़ कर कर्फ्यू की घोषणा करनी पड़ी । पंजाब एक ऐसा प्रदेश है जहां सबसे ज्यादा नौजवान विदेश जाते हैं और रोज़ी रोटी कमाते हैं लेकिन अब वही प्रदेश फिर प्यारा लगने लगा ।
आजा घर में भी है रोटी
चिट्ठी आई है , चिट्ठी आई है ,,,
अब अपने घर में ही जो रूखी सूची है वही खा लो । विदेश में तो भारत से ज्यादा कोरोना फैला है । हमारी नमस्ते का जवाब नहीं । अब लौटो परंपराओं की ओर । हरियाणा में अपना हुक्का और अपनी मरोड़ का भी संदेश दिया जा रहा है । अपने अपने घरां अपना अपना हुक्का पीना । चौपाल चैदह अप्रैल तक बंद । बस । किसी तरह पेनिक होने से बचो । इतना राशन इकट्ठा न कर लो कि पड़ोसी दाने को भी तरस जाए । बाकी राम भला करे । राम राम जी ।

Leave a Reply

Your email address will not be published.