Deepti Angrish Book : संवदेनशील कवयित्री हैं दीप्ति अंगरीश : गुरमीत बेदी

चंडीगढ़। हिमाचल प्रदेश सूचना एंव जनसंपर्क विभाग के उप निदेशक और वरिष्ठ साहित्यकार गुरमीत बेदी ने पत्रकार-लेखिका दीप्ति अंगरीश की पहली कविता संग्रह ‘एडल्ट चुस्कियां’ की सराहना की। हिमाचल भवन …

हिंदी दिवस की बहुत-बहुत बधाई

खर्राटों की भाषा तुम सपनों में हिंदी बोते हो मैं हिंदी में सपने जगे उनींदे लोगों को समझा-फुसलाकर जगाना मत बतलाकर सुबह खबर चटपटी अखबार चटोरों को कानाफूसों को बात …

छाए बादल

छाए बादल दौड़-धूप कर आए बादल सूरज को ढक छाए बादल मोर मुदित हैं दादुर हर्षित झींगुर हर्ष कर रहे प्रदर्शित वायु बना रथ दौड़ रहा है मेघदूत हो रहे …

साहित्य- वेदना

नवीन जोशी ‘नवल’ सो गया साहित्य तो कवि क्या कहे, खो गयी यदि कलम तो कैसे सहे ? रो रही है लेखनी, कागज भरा है आंसुओं से , दुख रहे …

परिवर्तन नहीं, तो कुछ नहीं

परिवर्तन नहीं, तो कुछ नहीं चलो फिरो लोगांे से मिलो । घर में पड़े रहने से क्या फायदा ।। जाने अनजाने कुछ तो मिलेगा । गुमशुदा रहने से क्या फायदा …

मौसम क्यूं बदलते हैं जीवन के ?

कुमकुम झा मौसम क्यूं बदलते हैं जीवन के धरती के मौसम की तरह जीवन के मौसम भी पल पल बदलते हैं कभी बेमौसम बरसात कभी सहमे से जज़्बात कभी आंधियो …

बनारस

  निवेदिता मिश्रा झा क्रोधित क्यों महादेव त्रिशुल पर अवस्थित नगर में भी तो आत्मा होती है न तीन नोक कुरेदती है आदतन और समय उसमें मरहम लगाता गाहे बेगाहे …