व्हिस्पर ने लॉन्च किया नया कैम्पेन #KeepGirlsInSchool

नई दिल्ली । महिलाओं की देखभाल से जुड़े अग्रणी ब्रांड व्हिस्पर® ने आज एक भावोत्तेजक अभियान #KeepGirlsInSchool रिलीज़ किया है। यह अभियान लड़कियों को माहवारी शुरू होने पर उनका स्‍कूल जाना छोड़ने से रोकता है। इस अभियान के एक भाग के तहत, व्हिस्पर® ने अपनी नई फिल्म लॉन्च की जिसका लक्ष्‍य इस बारे में जागरुकता फैलाना है कि कैसे आज भी पूरे भारत में यौवनारंभ (प्‍यूबर्टी) के साथ ही लड़कियाँ स्कूल जाना छोड़ देती हैं। यह फिल्म चौंकाने वाले तथ्य प्रकाश में लाती है कि हर साल प्रत्येक 5 लड़कियों में से एक लड़की स्कूल जाना छोड़ देती है और हम इस पर ध्‍यान भी नहीं देते। इस अंतर को भरने के लिए, व्हिस्पर® ने उनके मौजूदा माहवारी के दौरान स्वच्छता से जुड़े शैक्षणिक कार्यक्रम के प्रभाव को दोगुना करते हुए साल 2022 तक 5 करोड़ लड़कियों तक पहुँचने की अपनी प्रतिज्ञा को सुदृढ़ किया है।

इस फिल्म की संकल्पना एडवर्टाइज़िंग एजेन्सी लियो बर्नेट की है जो इस बात पर प्रकाश डालती है कि कैसे माहवारी के दौरान लड़कियाँ स्कूल से गायब हो जाती हैं और इस पर किसी का ध्यान भी नहीं जाता। फिल्म में स्कूल जाने वाली लड़कियों की मस्ती और कौतुहल से भरी रोजमर्रा की ज़िंदगी दर्शाई गई है, जब तक उनका एक के बाद एक स्कूल से गायब होना शुरु नहीं होता। यह फिल्म दर्शकों को इस गंभीर स्थिति की वास्तविकता से झकझोर देती है कि आज भी कई लड़कियाँ स्कूल नहीं जा पाती क्योंकि उन्‍हें यह नहीं पता है कि माहवारी को कैसे मैनेज किया जाए, और इस तरह सही समय पर माहवारी से जुड़ी शिक्षा के महत्व पर ज़ोर देती है। यह फिल्म दर्शकों को एक ज़िम्मेदारी की भावना के साथ छोड़ जाती है जिससे वे एक बदलाव लाने के लिए अपना योगदान दें।

पीएंडजी इंडियन सब-कॉन्टिनेंट के फेमिनाइन केयर की कैटेगरी लीडर, चेतना सोनी ने कहा, “अपने महत्‍वपूर्ण अभियानों के ज़रिए देश में माहवारी संबंधी स्वच्छता से जुड़े सामाजिक अवरोधों को चुनौती देने के लिए व्हिस्पर® इनका समानार्थी बन गया है और ब्रांड के शानदार इतिहास में #KeepGirlsInSchool सबसे नया संस्करण है। हमारे बेहतरीन और अवॉर्ड से सम्मानित कैम्पेन #TouchThePickle और उसके बाद #SitImproper और #Whispers® BreakSilence जैसे क्रांतिकारी अभियानों के ज़रिए हमारी एडवर्टाइज़िंग और मीडिया में अपनी आवाज का इस्तेमाल करते हुए हमने सबसे पहले माहवारी से जुड़ी निषिद्ध चीज़ों और गलत मान्यताओं को दूर करना शुरु किया।”

उन्होंने आगे कहा, “माहवारी से जुड़ी गलत मान्यताओं को दूर करने में एक अग्रणी आवाज होने के अलावा, व्हिस्पर®  ने ज़मीनी तौर पर भी उल्लेखनीय प्रभाव का निर्माण किया है। पिछले तीन दशकों में हमने  भारत में 2.5 करोड़ लड़कियों को हमारे पीरियड एजुकेशन  कार्यक्रम के ज़रिए माहवारी से जुड़ी स्वच्छता के बारे में शिक्षित किया है। अगले दो सालों में हम इस प्रभाव को दोगुना करने और साल 2022 तक 5 करोड़ से ज़्यादा किशोरियों को माहवारी से जुड़ी स्वच्छता के बारे में शिक्षित करने की प्रतिज्ञा लेते हैं। यह हमारी स्वस्थ माहवारी से जुड़ी प्रथाओं – तरीकों के बारे में जागरुकता बढ़ाने और स्वीकार करने और भारत में 100%  माहवारी से जुड़ी स्वच्छता हासिल करने की हमारी कोशिशों के तर्ज़ पर है।”

 

भारत में तीन दशक पहले सैनिटरी प्रोटेक्शन का इस्तेमाल करने वाली महिलाओं की संख्या 1 करोड़ से भी कम थी।

 

 

#KeepGirlsInSchool के संदेश को लोगों तक पहुँचाने के लिए व्हिस्पर® ने अभिनेत्री भूमि पेडनेकर के साथ गठबंधन किया है जो माहवारी से जुड़ी स्वच्छता के बारे में जागरुकता और पहुँच उपलब्ध कराने की बड़ी समर्थक हैं। अभिनेत्री भूमि पेडनेकर ने कहा, “खासतौर पर जब माहवारी का विषय आज भी निषिद्ध विषय माना जाता है तो लड़कियों को स्कूल में रखने का उद्देश्य बेहद ज़रुरी है और मैं इस मकसद से व्यक्तिगत रुप से जुड़ा महसूस करती हूँ। मुझे ये जानकर गहरा धक्का पहुँचा कि माहवारी से जुड़ी शिक्षा के अभाव में हर साल प्रत्येक 5 लड़कियों में से 1 लड़की स्कूल जाना छोड़ देती है। व्हिस्पर® की ये पहल ऐसे समय में सामने आई है जब सही जानकारी और शिक्षा के साथ भारत की युवा महिलाओं का सशक्तिकरण हमारे देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। यह एक दुर्लभ मौका है जहाँ हम सभी मिलकर छोटी लड़कियों की जिंदगी में बदलाव ला सकते हैं। ये वाकई में लड़कियों को स्कूल में रखने का यानि #KeepGirlsInSchool का समय है।”

इस कैंपेन के बारे में राजदीपक दास, मैनेजिंग डायरेक्‍टर- भारत एवं चीफ क्रिएटिव ऑफीसर, लियो बर्नेट साउथ एशिया ने कहा, “यह बात चौंकाने वाली है कि आज भी भारत में माहवारी से संबंधित स्‍वच्‍छता के कारण 5 में से एक लड़की स्‍कूल जाना छोड़ देती है। हम सिर्फ इस कहानी को बताने के लिए ही व्हिस्‍पर से भागीदारी नहीं कर रहे हैं बल्कि #KeepGirlsinSchool पहल के साथ हम लोगों को इन संख्‍याओं की हकीकत बताकर उन्‍हें झकझोरना चाहते हैं और सभी को  देश में माहवारी से संबंधित 100 प्रतिशत स्‍वच्‍छता हासिल की दिशा में हमारे आंदोलन में शामिल होने के लिए प्रोत्‍साहित करना चाहते हैं।”

https://youtu.be/1W2PMVAvWhA

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