नई दिल्ली / टीम डिजिटल। जम्मू कश्मीर में धारा 370 क्या हटी , वहां की लडकियों को लेकर बडी अजीब तरह की पोस्ट सोशल मीडिया पर आने लगीं – हम कश्मीरी दुल्हन लाएंगे । अब दुल्हनों की कमी नहीं रहेगी और कुछ तो इससे आगे मर्यादा लांघ गये कि लाल सेब जैसी खूबसूरत लडकी मिलेगी । यह पढ कर बहुत दुख हुआ कि आखिर कश्मीरी लडकियां किसी की बहन बेटियां नहीं है क्या ? वे क्या सिर्फ शादी के लिए ही लालायित हैं ? वे सायरा वसीम भी तो हैं जो शानदार अदाकारा है लेकिन आतंकवादियों के दबाब में उसने अभिनय को अलविदा कह दी । तब कोई आगे बढ क्यों नहीं आया ? वे मलाला भी तो हैं जिसने आतंकवादियों के हाथ में हथियार होने के बावजूद हिम्मत नहीं हारी थी । क्या कश्मीरी लडकियां भेड बकरियां हैं कि उन्सें सिर्फ शादी के लिए कहीं भी हांक ले जाओगे ?
ये तो आम आदमी थे और कम कसूरवार । लेकिन हमारे हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को क्या सूझी ? एक कार्यक्रम में कह दिया कि पहले ओमप्रकाश धनखड बिहार से अपने बेटे के लिए बहू ढूंढने वालः थे पर अब कश्मीर से बहू लायेंगे । एक मुख्यमंत्री की सोच भी ऐसी । आम युवक जैसी ? क्या कहें ? आखिर आप भी ? कुछ तो लग सोचो । कुछ तो बडा सोचते । अब विरोधी इसे मुद्दा बना रहे हैं कि क्या महिला आयोग इस पर संज्ञान लेगा ? पिछले दिनों जजपा के दिग्विजय चौटाला द्वारा सपना चौधरी पर टिप्पणी करने पर तो नोटिस दे दिया । अब क्या खट्टर साहब को भी नोटिस थमाया जायेगा ? सोचने की बात है
– कमलेश भारतीय, वरिष्ठ पत्रकार