खबर है कि दत्तात्रेय होसाबले संघ के नए महासचिव यानी सरकार्यवाह होंगे। लंबी जद्दोजहद के बाद उनका नाम तय हुआ है। पहले कृष्ण गोपाल को सरकार्यवाह बनाने की चर्चा हुई थी। पर अंततः लंबी माथापच्ची के बाद कहा जा रहा है कि कर्नाटक से नया चेहरा लाने का फैसला हुआ। माना जा रहा है कि पिछले कुछ समय से दत्तात्रेय होसाबले का भाजपा और संघ के दूसरे अनुषंगी संगठनों के साथ तालमेल बढ़ा है और इसलिए नौ साल बाद भैयाजी जोशी के हटने के बावजूद कामकाज सहज अंदाज में चलता रहेगा।
नई दिल्ली। अगले वित्तीय वर्ष के साथ ही भाजपा में कई प्रकार के बदलाव की बातें सरेआम होती जा रही है। कहा जा रहा है कि मार्च में राष्ट्ीय स्वयंसेवक के सांगठनिक स्तर पर कुछ परिवर्तन होंगे, जाहिर है इसका सीधा सा असर भाजपा की राजनीति पर पडेगी। जानकार सूत्रों के मुताबिक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में संघ के कुछ शीर्ष पदाधिकारियों और उनके कामकाज में बदलाव होने वाला है। बताया जा रहा है कि इसका असर भाजपा संगठन पर भी पड़ेगा। भाजपा में नए संगठन महामंत्री की नियुक्ति की चर्चा हो रही है। सूत्रों के मुताबिक लगातार तीन कार्यकाल पूरा करने के बाद संघ के नंबर दो पदाधिकारी सुरेश भैयाजी जोशी की जिम्मेदारी बदल सकती है। उनको मार्च 2015 में तीन साल के तीसरे कार्यकाल के लिए चुना गया था, जो इस साल मार्च में खत्म हो रहा है। पहले कहा जा रहा था कि संघ प्रमुख मोहन भागवत उनको एक और कार्यकाल के लिए रखना चाहते हैं। उसके बाद अटकलों का दौर खत्म हो गया था। लेकिन अब खबर है कि वे भी बदलाव के लिए तैयार हो गए है। सो, सुरेश भैयाजी जोशी की जगह नया चेहरा नंबर दो की पोजिशन पर आएगा। गौरतलब है कि नंबर दो की पोजिशन ही संघ में वास्तविक प्रमुख की होती है। उसके पास सबसे ज्यादा कार्यकारी अधिकार होते हैं।
संघ और भाजपा के जानकार नेताओं का कहना है कि दत्तात्रेय होसाबले संघ के नए महासचिव यानी सरकार्यवाह होंगे। खबर है कि लंबी जद्दोजहद के बाद उनका नाम तय हुआ है। पहले कृष्ण गोपाल को सरकार्यवाह बनाने की चर्चा हुई थी। पर अंततः लंबी माथापच्ची के बाद कहा जा रहा है कि कर्नाटक से नया चेहरा लाने का फैसला हुआ। माना जा रहा है कि पिछले कुछ समय से दत्तात्रेय होसाबले का भाजपा और संघ के दूसरे अनुषंगी संगठनों के साथ तालमेल बढ़ा है और इसलिए नौ साल बाद भैयाजी जोशी के हटने के बावजूद कामकाज सहज अंदाज में चलता रहेगा। दत्तात्रेय होसाबले को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करीबी माना जाता है या यह कहा जाता है कि दोनों के बीच तालमेल अच्छा है। संघ के साथ रहते हुए दोनों मदन दास देवी के करीबी रहे हैं। बहरहाल, संघ में शीर्ष पर बदलाव के साथ यह भी चर्चा है कि भाजपा में संगठन महामंत्री बदला जाएगा। मौजूदा संगठन महामंत्री रामलाल को किसी संवैधानिक पद पर भेजा जा सकता है या उनकी संघ में वापसी हो सकती है। नए महामंत्री के लिए पार्टी के चार संयुक्त महामंत्रियों में से किसी एक को चुना जाएगा। इनमें से वी सतीश और बीएल संतोष दो कर्नाटक के हैं। इनके अलावा सौदान सिंह और शिवप्रकाश संयुक्त महामंत्री हैं। वी सतीश या शिवप्रकाश में से किसी के महामंत्री बनने की संभावना है।